श्रीबांकेबिहारी मंदिर के खजाने की स्थिति 29 अक्तूबर को होने वाली हाईपावर्ड कमेटी की बैठक में प्रमुख रूप से उठाई जाएगी। बैठक में मंदिर प्रबंधन द्वारा उच्चस्तरीय जांच कराने का प्रस्ताव भी विचाराधीन हो सकता है। इसके अलावा बीते 54 वर्षों में आराध्य की सेवा हेतु प्रबंध कमेटी को प्राप्त हुए आभूषण और श्रृंगार सामग्री को सूचीबद्ध करने पर भी चर्चा होने की संभावना है।

मंदिर में खजाना खोलने की लंबित प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। आशा के विपरीत खजाने में संग्रहित धन और आभूषण लगभग शून्य पाए जाने के बाद कमेटी के सदस्य सेवायत दिनेश गोस्वामी ने 29 अक्तूबर की बैठक में इसे प्रमुख मुद्दा बनाने की बात कही है।

इसी मुद्दे को लेकर श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास मंच के नेता दिनेश फलाहारी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की मांग की थी। इसके अतिरिक्त, अंतरराष्ट्रीय सेवायत परिषद के संस्थापक और इतिहासकार आचार्य प्रहलाद बल्लभ गोस्वामी ने भी मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने का आग्रह किया है।

सामाजिक संगठनों और कई समाजसेवियों ने भी इस मामले की गहन पड़ताल की आवश्यकता जताई है। यही कारण है कि 29 अक्तूबर को होने वाली बैठक में खजाने की स्थिति और जांच संबंधी प्रस्ताव चर्चा का केंद्र बने रहने की संभावना है।