राजधानी में जैश-ए-मोहम्मद के फरीदाबाद माड्यूल की प्रमुख सदस्य डॉ. शाहीन और उनके भाई डॉ. परवेज के खिलाफ चल रही जांच में सामने आया है कि दोनों ने आतंकी गतिविधियों के लिए विदेशों से फंडिंग जुटाई। जांच में यह भी पता चला है कि डॉ. शाहीन को विदेश में रहने वाले कश्मीरी मूल के डॉक्टरों से संपर्क स्थापित कर फंडिंग की व्यवस्था करने का काम सौंपा गया था।

अधिकारियों ने बताया कि दोनों भाई-बहन पाकिस्तान और अन्य मुस्लिम देशों के डॉक्टरों के संपर्क में थे। जांच एजेंसियों ने डॉ. शाहीन द्वारा 30 लाख रुपये से अधिक की फंडिंग जुटाने के ठोस सबूत जुटा लिए हैं और जांच अभी जारी है।

सूत्रों के अनुसार, जैश ने सुनियोजित योजना के तहत इस जिम्मेदारी को डॉ. शाहीन और डॉ. परवेज को सौंपा था। अधिकांश डॉक्टर कश्मीर मूल के हैं और उनके जरिए फंडिंग करने पर सीधे फंसने का खतरा रहता था। इसी कारण डॉ. मुजम्मिल ने डॉ. शाहीन के जरिए फंडिंग व्यवस्था कराई।

जांच में डॉ. शाहीन के कई बैंक खातों का पता चला है, जिनके जरिए विदेश से रकम आने की पुष्टि हुई है। डॉ. परवेज के दो बैंक खातों की जानकारी भी सामने आई है, लेकिन उनके लेन-देन का विवरण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। अधिकारियों का अनुमान है कि यह राशि हथियार, अमोनियम नाइट्रेट और फर्टिलाइजर खरीदने तथा माड्यूल का विस्तार करने के लिए विदेश यात्राओं में इस्तेमाल की गई।

साथ ही यह भी संभावना जताई जा रही है कि दोनों ने फर्जी पते पर बैंक खाते खोले थे। डॉ. शाहीन की विदेश यात्राओं की भी गहनता से पड़ताल की जा रही है।