बरेली। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव पर एक बार फिर निशाना साधा। उन्होंने सवाल उठाया कि 20 प्रतिशत मुसलमानों के समर्थन के बावजूद उनके परिवार का सत्ता में कब तक ही दबदबा रहेगा। रजवी ने पूछा कि क्या अब मुसलमान को मुख्यमंत्री बनाए जाने का समय नहीं आया?

मौलाना ने कहा कि प्रदेश के मुसलमान चाहते हैं कि सपा जल्द अपनी कार्यकारिणी की बैठक बुलाए और उसमें मुसलमान मुख्यमंत्री बनाए जाने का प्रस्ताव पास कराए। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव और उनके परिवार ने पहले कई बार मुसलमानों के समर्थन पर मुख्यमंत्री बनते रहे, लेकिन अब यह मौका मुसलमानों का है।

रजवी ने आरोप लगाया कि सपा को खड़ा करने में अखिलेश यादव की कोई भूमिका नहीं रही, बल्कि उन्होंने तैयार व्यवस्था पर कब्जा किया। सपा की स्थापना में शिवपाल यादव और आजम खां की भूमिका अहम रही, लेकिन अखिलेश यादव ने सपा की कमान संभालते ही दोनों नेताओं को हाशिये पर डाल दिया। इसके चलते पार्टी को विधानसभा और लोकसभा चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा।

मौलाना ने कहा कि मुसलमानों की आबादी के अनुपात के हिसाब से पार्टी ने टिकट नहीं दिए। मुसलमानों ने सपा को सत्ता तक पहुंचाया, लेकिन सत्ता मिलने के बाद उन्हें कुछ नहीं मिला। उन्होंने चेताया कि अगर 2027 में आबादी के अनुपात के अनुसार टिकट नहीं दिए गए, तो पार्टी में बगावत हो सकती है।

बरेली दौरे पर रजवी ने यह भी कहा कि आज का मुसलमान जागरूक और पढ़ा-लिखा है। किसी नेता के घर खाना खाने या किसी व्यक्तिगत संपर्क से पूरी मुस्लिम कौम की भलाई नहीं होती। मुसलमान अब खुद समझदारी से राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों का आकलन कर सकते हैं।