सम्राट मिहिर भोज की यात्रा पर विवाद गहराता जा रहा है। गुर्जर और राजपूत समाज में खींचतान बढ़ गई है। मेरठ के मवाना में गुर्जर समाज ने आज पूरी तैयारी कर यात्रा निकाली। इसमें गुर्जर समाज के कई नेता, विधायक आदि शामिल होने पहुंचे। वहीं पुलिस ने बिना अनुमति यात्रा निकालने पर कई लोगों को हिरासत में लिया और बस में भरकर पुलिस लाइन भेज दिया।

इस दौरान मिहिर भोज की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे सपा विधायक अतुल प्रधान को भी पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान उनकी पुलिस से कहासुनी भी हो गई। वहीं समर्थकों ने जमकर हंगामा किया।

वहीं श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना यात्रा के विरोध में खड़ी हो गई। ऐसे में टकराव की स्थिति बनी रही। एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि यात्रा की अनुमति नहीं दी गई। अगर कोई यात्रा निकालता है तो पुलिस कार्रवाई करेगी, यह रविवार को ही साफ कर दिया गया था। वहीं यात्रा को लेकर सोमवार सुबह से ही पुलिस मुस्तैद हो गई।

आज सुबह से ही गुजर्रर समाज के लोग यात्रा निकालने की तैयारी करने लगे। जैसे ही मवाना में ये लोग यात्रा के लिए एकत्र हुए तो मौके पर मौजूद पुलिस ने गुर्जर समाज के तकरीबन 15 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस की गाड़ी में भरकर मेरठ पुलिस लाइन भेज दिया। हस्तिनापुर में सपा विधायक अतुल प्रधान व उनके समर्थक भी गुर्जर समाज के समर्थन में जुलूस में पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया।

Mihir bhoj controversy: SP leader MLA  Atul Pradhan clashed with the police in Meerut

सपा विधायक अतुल प्रधान को रोका, गाड़ी में भरकर ले गई पुलिस
विधायक अतुल प्रधान समर्थकों के साथ हस्तिनापुर पहुंचे, जहां अधिकारियों ने वार्ता कर उनको रोक लिया। बाद में पुलिस की गाड़ी से प्रतिमा तक जाने की बात पर सहमति बनी। इसके बाद कुछ दूर पैदल चलने के बाद उन्हें दो बसों में भरकर माल्यार्पण के लिए प्रतिमा तक ले जाया गया। इस दौरान बसों में नारे बाजी करते हुए अतुल प्रधान के समर्थर पुलिस से नोकझोंक करते रहे।

वहीं समर्थकों ने कुछ दूर पैदल चलने के बाद पीछे चल रही बस के शीशे फोड़ दिए और फिर नारेबाजी करते हुए चलने लगे। पुलिस प्रशासन जुलूस को रोकने में नाकाम रहा है।विज्ञापन

Mihir bhoj controversy: SP leader MLA  Atul Pradhan clashed with the police in Meerut

हस्तिनापुर में भी गुजर्र समाज के लोगों को हटाया
हस्तिनापुर ब्लॉक प्रमुख व मवाना के पूर्व ब्लाक प्रमुख समर्थकों के साथ बड़ा महादेव मंदिर से आगे पहुंचे। वहां लोगों को एकत्र होता देख एडीएम प्रशासन एसपी देहात व सी ओ आदि पहुंचे और उन्हें वहां से हटने के लिए कहा। अधिकारियों ने कहा कि प्रतिमा पर जाकर माल्यार्पण करें  लेकिन यहां एकत्र न हो। उसके बाद फिर वहां से हटकर थोड़ा आगे एकत्र हो गए, जिनको पुलिस ने वहां से भी हटा दिया।