साल 1975 की मशहूर फिल्म शोले का टावर सीन शुक्रवार की सुबह मवीमीरा गांव में सच जैसा दिखाई दिया, लेकिन असलियत में मामला उल्टा था। दरअसल, शादी के लिए जिद्द करने वाली युवती खुद बिजली के टावर पर चढ़ गई और तभी नीचे उतरी जब उसका प्रेमी मौके पर पहुंचा।

दौराला के एक गांव की रहने वाली युवती की कुछ महीने पहले लावड़ निवासी युवक से सोशल मीडिया पर दोस्ती हुई, जो बाद में प्यार में बदल गई। दोनों ने एक-दूसरे से शादी का वादा किया। जब यह बात परिजनों तक पहुंची, तो लड़के के पिता शादी के लिए तैयार नहीं हुए।

9 दिसंबर को बिरादरी के लोगों की मौजूदगी में दोनों पक्षों की बातचीत हुई, जिसमें युवती और युवक की शादी न करने पर सहमति बनी। बताया गया कि इस दौरान लड़के के पिता ने युवती के परिजनों को 50 हजार रुपये भी दिए।

शुक्रवार सुबह करीब छह बजे, घने कोहरे में, युवती प्रेमी से शादी करने की जिद्द पर बिजली के टावर पर चढ़ गई। 10 बजे के बाद कोहरा छंटा तो ग्रामीणों की नजर टावर पर चढ़ी युवती पर पड़ी। ग्रामीणों ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे परिजन, पुलिस और ग्रामीणों ने युवती को मनाने की कई कोशिशें की, लेकिन वह नीचे उतरने से इंकार करती रही।

युवती ने चेतावनी दी कि अगर उसे जबरन उतारा गया तो वह कूद सकती है या और ऊपर चढ़ सकती है, जिससे पुलिस और ग्रामीण टावर पर चढ़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाए।

लगभग दो घंटे बाद, यानी दोपहर 12 बजे युवती का प्रेमी मौके पर पहुंचा, तब जाकर वह सुरक्षित नीचे उतरी। पुलिस ने दोनों को थाने ले जाकर काउंसलिंग की। सीओ दौराला प्रकाश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि युवती अपनी शादी को लेकर जिद पर अड़ी है और अभी भी वही चाहती है कि शादी सिर्फ अपने प्रेमी से ही हो।