मेरठ। परतापुर क्षेत्र स्थित कान्हा उपवन गोशाला में गोवंश की मौत और लापरवाही के मामले में नगर निगम के प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह और पूर्व केयरटेकर भारत के खिलाफ सरकारी धन के गबन और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। सिविल लाइन थाना पुलिस ने सोमवार देर रात डॉ. हरपाल सिंह को उनके सरकारी आवास से हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
क्या है पूरा मामला
कान्हा उपवन गोशाला में लगभग 2300 गोवंश रखे गए हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें गोवंश की दयनीय हालत दिखाई गई। वीडियो संज्ञान में आने के बाद डीएम वीके सिंह और नगर आयुक्त ने मामले की जांच के लिए अलग-अलग समितियाँ गठित कीं।
डीएम द्वारा गठित जांच कमेटी में अपर जिलाधिकारी नगर और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी शामिल थे, जबकि नगर आयुक्त की कमेटी में अपर नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता और मुख्य नगर लेखा परीक्षक को जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
दोनों जांच रिपोर्ट में प्रभारी पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह और पूर्व केयरटेकर भारत को दोषी ठहराया गया है।
चारे की आपूर्ति में अनियमितता
जांच में यह सामने आया कि गोशाला में मौजूद सात में से दो शेड में चारा उपलब्ध नहीं था, जबकि पांच शेड में हरा चारा था। कुछ स्थानों पर केवल चौकर पाया गया, जबकि दाना पूरी तरह से नदारद रहा। गोशाला रजिस्टर के निरीक्षण में पाया गया कि अप्रैल 2024 से लेकर जून 2025 तक की अवधि में पशु आहार की आपूर्ति की जाँच नहीं की गई। इसके बावजूद, इस अवधि के लिए भुगतान कर दिया गया और बिलों में कोई विवरण भी नहीं मिला।
सरकारी धन के गबन का आरोप
जांच में यह स्पष्ट हुआ कि प्रभारी अधिकारी रहते हुए डॉ. हरपाल सिंह ने न केवल भारी लापरवाही बरती, बल्कि सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग भी किया। गोशाला के रखरखाव और चारे की आपूर्ति का कोई उचित रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किया गया। अधिकारियों का मानना है कि डॉ. हरपाल ने निजी स्वार्थ के लिए ऐसा किया।
केस दर्ज, गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
सफाई एवं खाद्य निरीक्षक व कान्हा उपवन प्रभारी कुलदीप कुमार की शिकायत पर डॉ. हरपाल सिंह और पूर्व केयरटेकर भारत के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सोमवार रात डॉ. हरपाल को गिरफ्तार किया और मंगलवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं, पूर्व केयरटेकर भारत की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को रवाना कर दिया गया है।