मुजफ्फरनगर: पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर बुधवार को जिलेभर के अधिवक्ता अपने चैंबर बंद रखकर हड़ताल करेंगे। इस मौके पर व्यापारियों और सामाजिक संगठनों ने भी बाजार बंद रखने का समर्थन किया।
मंगलवार को जिला बार संघ और सिविल बार संघ की संयुक्त बैठक में हड़ताल की तैयारियों पर चर्चा की गई। इस दौरान विभिन्न व्यापारिक और सामाजिक संगठनों ने अपना समर्थन पत्र सौंपा। जिला बार संघ के महासचिव चंद्रवीर निर्वाल ने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना से वादकारियों की समस्याओं का समाधान आसान होगा। सिविल बार संघ के महासचिव राज सिंह रावत ने अधिवक्ताओं से एकजुट होने और जनता को इस मांग के प्रति जागरूक करने की अपील की। पूर्व महासचिव बिजेंद्र सिंह मलिक ने कहा कि बेंच बनने से वकीलों को सबसे अधिक लाभ होगा। इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिवक्ता और बार संघ पदाधिकारी मौजूद रहे।
खतौली में भी समर्थन:
हाईकोर्ट बेंच की मांग के समर्थन में अधिवक्ताओं ने व्यापारिक प्रतिष्ठानों, शिक्षण संस्थानों, राजनैतिक और गैर-राजनैतिक संगठनों से समर्थन का आह्वान किया। तहसील बार एसोसिएशन खतौली के अध्यक्ष नवीन उपाध्याय ने बताया कि उत्तर प्रदेश उच्च न्यायालय प्रयागराज में स्थित है और लखनऊ में इसकी एकमात्र पीठ है। महासचिव प्रदीप कुमार ने कहा कि बुधवार को सभी व्यापारिक और सामाजिक संगठन बंद में जनहित में सहयोग करेंगे।
बुढ़ाना और जानसठ में कलम बंद हड़ताल:
केंद्रीय संघर्ष समिति के आह्वान पर बुढ़ाना और जानसठ के अधिवक्ता बुधवार को पूरी तरह कलम बंद रहेंगे। बार एसोसिएशन बुढ़ाना के अध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि किसी भी अधिवक्ता का चैंबर खुला पाया गया तो उस पर आर्थिक जुर्माना लगाया जाएगा।
पुलिस अलर्ट:
अधिवक्ताओं के बाजार बंद आह्वान के मद्देनजर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर दी है। एसपी सिटी सत्य नारायण प्रजापत ने बताया कि दुकानदार अपनी मर्जी से दुकान खोल या बंद कर सकते हैं, और पुलिस ने समन्वय सुनिश्चित किया है।