मुजफ्फरनगर: रामपुर तिराहाकांड से जुड़े सरकार बनाम राधा मोहन द्विवेदी मामले में मंगलवार को उत्तराखंड से आए एक गवाह को सीबीआई ने कोर्ट में पेश किया। गवाह ने बताया कि रामपुर तिराहे पर उसके होटल में उत्तराखंड से आई आंदोलनकारी महिलाएं खाना खा रही थीं, तभी पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और कुछ महिलाओं को पकड़कर ठाकुर के कमरे की ओर ले गए।
मामले की सुनवाई में बचाव पक्ष के अधिवक्ता गवाह से जिरह कर रहे हैं। अगली सुनवाई 10 सितंबर को होगी।
इतिहास के अनुसार, 1 अक्टूबर 1994 की रात उत्तराखंड के आंदोलनकारियों को दिल्ली जा रहे थे, तभी पुलिस ने रामपुर तिराहे पर उन्हें रोक लिया था। आरोप है कि इस घटना में पुलिस फायरिंग में सात आंदोलनकारियों की मौत हुई थी और महिलाओं से अभद्रता और छेड़छाड़ के भी मामले सामने आए थे।
सीबीआई की ओर से हाईकोर्ट के आदेश पर इस मामले में सात मुकदमे दर्ज किए गए थे। सुनवाई के दौरान उत्तराखंड संघर्ष समिति के वरिष्ठ अधिवक्ता रंजीत चौहान, अभियोजन अधिकारी रिंकू वर्मा और सीबीआई के लोक अभियोजक धारा सिंह मीणा भी उपस्थित रहे।