रायबरेली। ऊंचाहार तहसील के इटौराबुज़ुर्ग गांव को जल्द ही विकास का नया हब बनाने की तैयारी चल रही है। यहां औद्योगिक कॉरिडोर विकसित होने से स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने इस परियोजना के लिए 21.1512 हेक्टेयर यानी करीब 85 बीघा अतिरिक्त जमीन अधिग्रहित करने की अधिसूचना जारी की है।

यूपीए पहले ही इस क्षेत्र में करीब 380 बीघा जमीन अधिग्रहित कर चुकी है, जिसमें अधिकांश किसानों ने रजिस्ट्री यूपीडा के नाम कर दी है। शेष किसानों की रजिस्ट्री प्रक्रिया भी तेजी से पूरी की जा रही है। अब सरकार ने 76 गाटों की इस नई जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी की है।

परियोजना का महत्व और लाभ
इटौराबुज़ुर्ग का चयन इस कारण किया गया है क्योंकि यह गंगा एक्सप्रेसवे, लखनऊ-प्रयागराज नेशनल हाईवे और रामचंद्रपुर रेलवे स्टेशन से सीधे जुड़ा हुआ है। परिवहन के लिहाज से यह स्थान औद्योगिक गतिविधियों के लिए उपयुक्त माना गया है।

यूपीडा ने औद्योगिक कॉरिडोर के निर्माण के लिए तेजी से काम शुरू कर दिया है। जमीन अधिग्रहण के पूरा होने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। साथ ही भविष्य में रामचंद्रपुर रेलवे स्टेशन का विस्तार भी किया जा सकता है, जिससे औद्योगिक क्षेत्र की कनेक्टिविटी और मजबूत होगी।

अधिकारियों का बयान
ऊंचाहार उपजिलाधिकारी ने बताया कि नई अधिसूचना के तहत 85 बीघा जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विभाग ने टीमों को लगाया है और जल्द ही कार्य शुरू होगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से न सिर्फ उद्योगों का विकास होगा, बल्कि ग्रामीणों के लिए रोजगार के स्थायी अवसर भी उपलब्ध होंगे।