बरहज: बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर अब परेशानी का सबब बन गया है। प्रीपेड सिस्टम में अचानक पैसे कटने, ज्यादा बिल आने और तकनीकी खामियों की शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं। कई उपभोक्ताओं का कहना है कि पहले पांच से दस हजार रुपये के बिल पर भी उनका कनेक्शन कटता नहीं था, लेकिन अब पाँच हजार से अधिक बिल आते ही मीटर से स्वतः कनेक्शन कट जाता है, जिससे घरों में बिजली का अभाव हो रहा है।
उपभोक्ताओं ने बताया कि कई बार मीटर में खराबी के कारण उन्हें इलेक्ट्रीशियन के पास दौड़ना पड़ता है और जब जांच की जाती है तो पता चलता है कि उनका बिल जमा नहीं हुआ है। इसके अलावा कई ग्राहकों के मोबाइल नंबर पर बिल और संदेश की जानकारी भी नहीं पहुँच रही, जिससे परेशानी और बढ़ रही है। रोजाना कई उपभोक्ता विद्युत केंद्रों पर शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं।
बरहज के नागरिक बृजनंदन निषाद, जितेंद्र, गणेश और रिंकू उपाध्याय का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिल जमा करने की राशि पहले से चार गुना अधिक हो गई है। कुछ उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि मीटर पर कंपनी की तरफ से स्कैन स्कीम चल रही है, जो घर के वायरिंग लोड को भी स्क्रीन पर दिखा देता है और इसी कारण बिल अधिक आता है।
इस पर अधिशासी अभियंता अरविंद सिंह गौतम ने कहा कि जीनस कंपनी को दस वर्षों के लिए मीटर लगाने और उसका रख-रखाव करने का एनओसी दिया गया है, और विभाग इस प्रक्रिया की देखरेख कर रहा है। उन्होंने बताया कि विभाग के एई से संपर्क किया गया, लेकिन उनसे संवाद नहीं हो सका।