श्रावस्ती जिले के खांवा पोखर गाँव में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहाँ पूर्व ग्राम प्रधान मोहम्मद रोशन खां और उनकी पत्नी वसीला की हत्या उनके ही बेटों ने की। पुलिस ने बृहस्पतिवार को तीनों बेटों और हत्या की साजिश रचने वाले अधिवक्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि हत्या का मुख्य कारण दंपती के पास मौजूद संपत्ति थी।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) राहुल भाटी ने बताया कि मोहम्मद रोशन खां के नाम करोड़ों की संपत्ति और इकौना कस्बे में तीन दुकानें थी। अधिवक्ता प्रभाकर त्रिपाठी उर्फ रिंकू त्रिपाठी ने वसीला को अपने पक्ष में करके दुकानों को अपने नाम फर्जी तरीके से करवा लिया और एक दुकान को कम कीमत में बेच दिया। वसीला ने इसके खिलाफ बैंक खाता रोकवा लिया और दीवानी न्यायालय में बैनामा रद्द करने के लिए याचिका दायर की हुई थी।
एसपी ने आगे बताया कि अधिवक्ता और उसके सहयोगियों ने रोशन खां के पहले पत्नी के बेटों नसीब व हसीब और वसीला के पहले पति के बड़े बेटे मुजीब को प्रलोभन देकर हत्या की साजिश में शामिल किया। पुलिस पूछताछ में बेटों ने स्वीकार किया कि वे प्रलोभन और मुकदमों के डर से पिता और मां की हत्या के लिए तैयार हुए।
हत्या की रात तीनों बेटों ने सोते समय बांस के डंडे से अपने पिता और मां का गला दबाकर उनकी हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त बांस का डंडा भी बरामद कर लिया। इस खुलासे में उपनिरीक्षक रामसजीवन निषाद, रामदुलार यादव, संतोष यादव और हेड कांस्टेबल अभिनाश यादव आदि शामिल रहे।
यह मामला परिवारिक विवाद और संपत्ति को लेकर उत्पन्न हत्या की भयावह घटना के रूप में सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।