कैराना से सांसद इकरा हसन का हिजाब को लेकर दिया गया बयान इन दिनों सोशल मीडिया पर सुर्खियों में है। एक निजी समाचार चैनल से बातचीत के दौरान उनसे देश में हिजाब को लेकर चल रही बहस पर सवाल पूछा गया, जिस पर उन्होंने अपनी स्पष्ट राय रखी।

इकरा हसन ने कहा कि हिजाब को लेकर विवाद खड़ा करना अनावश्यक है, क्योंकि देश के सामने इससे कहीं अधिक गंभीर और ज्वलंत मुद्दे मौजूद हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि किसी महिला का हिजाब पहनना या न पहनना उसका निजी निर्णय है और इसमें किसी तरह का दबाव लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।

उन्होंने इसे महिलाओं की स्वतंत्रता से जोड़ते हुए कहा कि यह फैसला पूरी तरह महिलाओं पर ही छोड़ा जाना चाहिए। बार-बार इस विषय पर बहस करने से ध्यान भटकता है, जबकि शिक्षा, रोजगार, महंगाई और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा की जानी चाहिए।

अपनी सांस्कृतिक पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए सांसद ने कहा कि वह एक ऐसे समाज से आती हैं, जहां अलग-अलग समुदायों की महिलाएं परंपरा के तहत सिर ढकती हैं। यह सांस्कृतिक पहचान हो सकती है, लेकिन इसे किसी पर थोपना सही नहीं है।

इकरा हसन ने अंत में कहा कि सरकार और समाज को महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़े वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि उनके पहनावे को राजनीतिक बहस का केंद्र बनाना चाहिए।