बागेश्वर। सनातन एकता पदयात्रा शुक्रवार सुबह बागेश्वर धाम से कोसी के लिए रवाना हुई। इस मौके पर पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री महाराज ने कहा कि जो लोग राम नाम, वंदे मातरम या जय श्री राम से असहज महसूस करते हैं, उन्हें अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट करनी चाहिए। शास्त्री ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर टिकट का खर्च भी वह स्वयं उठाएंगे। उनका स्पष्ट संदेश था कि जो राम और राष्ट्र का समर्थन नहीं करता, उसका कोई मूल्य नहीं।

धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी कहा कि उनका किसी धर्म विशेष के खिलाफ रवैया नहीं है। उनका विरोध केवल उन लोगों से है, जो भारत और उसकी परंपराओं का समर्थन नहीं करते। शास्त्री ने यात्रा के विरोध करने वालों के लिए कहा कि वे अपने डीएनए की जांच भी करा सकते हैं, जो हिंदू संस्कृति और सनातन परंपरा के खिलाफ हैं।

इससे पहले पदयात्रा में शामिल सभी प्रतिभागियों ने राष्ट्रगान और वंदेमातरम के साथ एक जुट होने की शपथ ली। यात्रा की शुरुआत से पूर्व बागेश्वर में स्थानीय समाज के लोगों ने महाराज और पदयात्रियों का स्वागत किया। बाल्मीकि समाज के गिर्राज सिंह और नितिन तौमर ने महाराज को गदा और चांदी का मुकुट पहनाकर सम्मानित किया। सुभाष बासईया, वेद प्रकाश गोयल, योगेश खंडेलवाल, विनोद जैन सहित अन्य ने बाल भोग वितरित कर श्रद्धालुओं का स्वागत किया।