आगरा के फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र के जगराजपुर गांव में दिव्यांग के पोस्टल बैलेट से मतदान में धांधली के आरोप लग रहे हैं। इसके बाद जिलाधिकारी प्रभु एन. सिंह अपनी सफाई में क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर और प्रेक्षक द्वारा दी गई इस मामले में आख्याए को प्रस्तुत करते हुए मामले को झूठा बताया है।
इस मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को ट्वीट कर आयोग से प्रसाशानिक अधिकारी को निलंबित करने की शिकायत दर्ज कराई है। अखिलेश यादव ने इस मामले पर प्रशासन के अधिकारियों की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं। घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि यह बेहद गंभीर मामला है। चुनाव आयोग से अपेक्षा है कि ऐसे अधिकारियों को चिन्हित कर के तुरंत सस्पेंड किया जाए।
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि वृद्धों और दिव्यांगों से वोट डलवाने में धांधली के मामले में फतेहाबाद विधानसभा में पोलिंग पार्टी पर मतदाता की इच्छा के विरुद्ध खुद ही मनमाना वोट डालने का गंभीर आरोप लगा है। चुनाव आयोग तत्काल कार्रवाई करे। आगे लिखा है कि सपा-गठबंधन के सभी समर्थक और कार्यकर्ता वोटिंग के समय पूरी निगरानी रखें।
जिले में 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग और दिव्यांग श्रेणी के 884 मतदाताओं की डाक मतपत्र से मतदान प्रक्रिया रविवार से शुरू हुई। एसडीएम फतेहाबाद जेपी पांडेय के अनुसार फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र में 148 बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के मत बैलेट पेपर से डलवाने के लिए दस पार्टियां मंडी समिति से रवाना हुई थीं। इसमें जगराजपुर में एक टीम 11 मतदाताओं का मतदान कराने के लिए पहुंची थी।
उपजिलाधिकारी ने आरोपों को बताया निराधार
वहां दिव्यांग सुरेंद्र सिंह ने टीम पर एक राजनीतिक पार्टी के पक्ष में वोट डाल लेने का आरोप लगाया। इसे लेकर गांववाले हंगामा करने लगे थे। सूचना पर वह खंड विकास अधिकारी मंगल यादव और पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। लोगों को समझाकर शांत कराया गया। उपजिलाधिकारी ने बताया कि दिव्यांग ने अपना मत अपने हाथ से डालाहै। पूरे मतदान की वीडियोग्राफी कराई गई। आरोप पूरी तरह निराधार हैं।