भुवनेश्वर में आयोजित संविधान बचाओ समावेश कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भाजपा और चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण के जरिए चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।
राहुल गांधी ने कहा कि, “भाजपा अब बिहार में उसी तरह चुनाव में गड़बड़ी करने की योजना बना रही है, जैसी महाराष्ट्र में की गई थी। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्ष संस्था की तरह काम करने के बजाय भाजपा की सहयोगी इकाई की भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच एक करोड़ नए नाम मतदाता सूची में जोड़े गए थे, जिनकी पहचान और पृष्ठभूमि स्पष्ट नहीं की गई। “हमने आयोग से मतदाता सूची और उसकी वीडियोग्राफी मांगी, लेकिन वह आज तक नहीं दी गई,” राहुल गांधी ने कहा।
ओडिशा सरकार को लेकर भी किए तीखे हमले
ओडिशा की राज्य सरकार पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, “यह सरकार राज्य के संसाधनों को गरीबों से छीनकर चंद अरबपतियों को सौंप रही है। पहले बीजद सरकार ने यही किया और अब भाजपा भी उसी राह पर चल रही है। यह केवल कांग्रेस और ओडिशा की आम जनता की साझा लड़ाई से ही बदला जा सकता है।”
अदाणी का नाम लेकर फिर घेरा केंद्र
राहुल गांधी ने अदाणी समूह का नाम लेते हुए कहा, “ओडिशा में जब जगन्नाथ यात्रा निकाली जाती है तो उसे लाखों लोग देखते हैं। लेकिन उसी यात्रा के रथ को अदाणी और उनके परिवार के लिए रोक दिया जाता है। इससे साफ है कि राज्य में आम लोगों के बजाय पूंजीपतियों का शासन है।”
उन्होंने कहा, “यह सरकार जनता की जमीन, जंगल और भविष्य छीनने के लिए काम कर रही है। ओडिशा की सरकार दरअसल 5-6 उद्योगपतियों की सरकार है, जनता की नहीं।”
महिलाओं की सुरक्षा पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि ओडिशा में हालात बेहद चिंताजनक हैं। “यहां 40,000 से अधिक महिलाएं लापता हो गईं और आज तक उनका कोई अता-पता नहीं। रोज़ाना लगभग 15 महिलाओं के साथ दुष्कर्म होता है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने कहा-” राहुल गांधी ने जनता से आह्वान करते हुए कहा कि यह समय संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट होने का है। “केवल जनता की ताकत ही इस अन्याय और अत्याचार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ सकती है”