कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा ने सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होकर संजय भंडारी से जुड़े धन शोधन मामले में अपना बयान दर्ज कराया। यह पूछताछ धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की जा रही है। ईडी ने वाड्रा को पिछले महीने समन भेजा था, लेकिन उनकी विदेश यात्रा के चलते उन्होंने पेशी टालने का अनुरोध किया था।
तीन मामलों में जांच का सामना कर रहे वाड्रा
ईडी रॉबर्ट वाड्रा से तीन अलग-अलग मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में पूछताछ कर रही है, जिनमें से एक ब्रिटेन स्थित हथियार कारोबारी संजय भंडारी से जुड़ा है, जबकि अन्य दो मामले भूमि सौदों में कथित अनियमितताओं से संबंधित हैं। संजय भंडारी पर 2016 में आयकर विभाग की छापेमारी के बाद लंदन भाग जाने का आरोप है। हाल में दिल्ली की एक अदालत ने उन्हें भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया है।
पहले भी हो चुकी है पूछताछ
इससे पहले अप्रैल में रॉबर्ट वाड्रा से तीन दिन लगातार पूछताछ हुई थी, जो हरियाणा में 2008 की एक जमीन डील में कथित गड़बड़ी से संबंधित एक अन्य धन शोधन मामले में थी। वाड्रा इन सभी मामलों में जांच के दायरे में हैं।
कौन हैं संजय भंडारी?
संजय भंडारी एक हथियार डीलर हैं, जो 2016 में दिल्ली में आयकर विभाग की कार्रवाई के बाद ब्रिटेन चले गए थे। भारत सरकार ने उनके प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन की अदालत में याचिका दायर की थी, जिसे हाल ही में ब्रिटिश अदालत ने खारिज कर दिया। इसके बाद भंडारी को भारत लाने की संभावनाएं कम हो गई हैं।
ईडी का क्या है आरोप?
ईडी ने 2023 में इस मामले में चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें आरोप लगाया गया कि भंडारी ने 2009 में लंदन में एक मकान खरीदा और वाड्रा के निर्देश पर उसका रिनोवेशन कराया गया। ईडी का दावा है कि इस रिनोवेशन का खर्च वाड्रा ने उठाया। हालांकि, वाड्रा ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि उनकी लंदन में कोई संपत्ति नहीं है और उन्हें राजनीतिक कारणों से निशाना बनाया जा रहा है।