नई दिल्ली: डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट का क्रम जारी है और बुधवार को पहली बार यह 90 के स्तर को पार कर गया। शुरुआती कारोबार में रुपया छह पैसे की कमजोरी के साथ 90.02 पर खुला।

मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने इस पर स्पष्ट किया कि सरकार रुपये में गिरावट को लेकर चिंतित नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में रुपया कमजोर होने से न तो महंगाई पर असर पड़ा है और न ही निर्यात प्रभावित हुआ है। नागेश्वरन ने आशा जताई कि आने वाले वर्ष में रुपये की स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा।

इस साल डॉलर के मुकाबले रुपये में लगभग 5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की निकासी और बैंकों द्वारा डॉलर की निरंतर खरीद से स्थानीय मुद्रा पर दबाव बना हुआ है। बुधवार को कारोबार के दौरान रुपया 34 पैसे टूटकर 90.30 के नए निचले स्तर तक पहुंच गया।

विदेशी मुद्रा बाजारों के ट्रेडरों के अनुसार, घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के अभाव ने भी रुपये पर दबाव बढ़ाया।