थरूर का पलटवार: अन्याय के आगे झुकने से बेहतर है अड़ियल रुख

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने गुरुवार को कहा कि अन्याय के सामने झुकने की बजाय दृढ़ रहना ज्यादा उचित है। उनका यह बयान अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट की उस टिप्पणी के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत, अमेरिका के साथ चल रही व्यापार वार्ता में ‘कुछ हद तक अड़ियल’ रुख अपना रहा है।

अक्टूबर तक सभी टैरिफ और व्यापार समझौतों को अंतिम रूप देने से जुड़े सवाल पर बेसेंट ने इसे एक ‘आकांक्षा’ बताया। उन्होंने कहा कि कुछ बड़े व्यापार सौदे अभी लंबित हैं—जिनमें स्विट्जरलैंड के साथ समझौता और भारत का ‘अड़ियल रुख’ शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर और उनकी टीम इन मामलों को सुलझाने में जुटी है।

बेसेंट के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने ‘एक्स’ पर लिखा, “सुना है कि भारत पर ‘अड़ियल’ होने का आरोप लगाया जा रहा है। मेरा मानना है कि अन्याय के प्रति मौन या विनम्र रहने से बेहतर है कि दृढ़ता दिखाई जाए।”

थरूर की कठिन अंग्रेजी शब्दावली पर चुटकी लेते हुए एक यूजर ने उलझा हुआ लंबा वाक्य पोस्ट किया, जिस पर उन्होंने मज़ाकिया अंदाज में जवाब दिया—“भाई, कहना क्या चाहते हो?”

इस बीच, वार्ता के दौरान ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयात होने वाले सामान पर 50% तक टैरिफ लगाने की घोषणा की, जिसमें रूस से खरीदे जाने वाले तेल पर 25% शुल्क भी शामिल है। यह नियम 27 अगस्त से लागू होगा।

विदेश मंत्रालय ने इस कदम को “अनुचित और गलत” करार देते हुए कहा कि भारत, एक जिम्मेदार अर्थव्यवस्था की तरह, अपने राष्ट्रीय हितों और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।

ट्रंप का यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब 25 अगस्त से अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भारत आकर व्यापार समझौते पर छठे दौर की वार्ता करेगा। दोनों देशों का लक्ष्य है कि इस साल अक्टूबर-नवंबर तक समझौते के पहले चरण को पूरा किया जाए।

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