देशभर में इन दिनों धर्म परिवर्तन को लेकर बहस तेज़ हो गई है। इस बीच समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। फिरोजाबाद में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक हिंदू समाज में समानता की भावना नहीं विकसित होती, तब तक धर्मांतरण की घटनाओं को रोका नहीं जा सकता।
धार्मिक भेदभाव पर उठाए सवाल
सुमन से यह सवाल आगरा में सामने आए एक हालिया धर्म परिवर्तन के मामले को लेकर किया गया था, जिसमें एक हिंदू व्यक्ति ने इस्लाम धर्म अपना लिया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, “हिंदू धर्म में जब तक ऊंच-नीच और भेदभाव की सोच बनी रहेगी, तब तक ऐसी घटनाएं सामने आती रहेंगी।”
उन्होंने स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी के विचारों का हवाला देते हुए कहा कि इन दोनों महापुरुषों ने भी हिंदू धर्म में समानता की आवश्यकता पर बल दिया था। उन्होंने कहा, “अगर इस धर्म में सभी को बराबरी का दर्जा नहीं मिला तो इसका अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है।”
मुख्यमंत्री आवास प्रकरण का जिक्र
सपा सांसद ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का उदाहरण देते हुए वर्तमान सामाजिक असमानता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “जब अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री आवास छोड़ा तो नए मुख्यमंत्री ने गंगाजल से उसे शुद्ध कराया। क्या यह समानता है? यह साफ तौर पर भेदभाव को दर्शाता है।”
धर्मांतरण के लिए कौन जिम्मेदार?
रामजीलाल सुमन ने कहा कि यदि दलितों और पिछड़े वर्गों को मंदिरों में प्रवेश से रोका जाएगा और उनके साथ भेदभाव किया जाएगा, तो धर्म परिवर्तन एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया होगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “धर्म परिवर्तन के लिए जिम्मेदार वे लोग हैं जो खुद को धर्म का ठेकेदार समझते हैं, लेकिन समाज में बराबरी नहीं ला सके।”
छांगुर बाबा प्रकरण बना विवाद की जड़
धर्मांतरण को लेकर चल रही बहस को हाल ही में बलरामपुर जिले के उतरौला इलाके से जुड़े छांगुर बाबा मामले ने और तेज कर दिया है। आरोप है कि जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा ने एक संगठित नेटवर्क के ज़रिए करीब 4,000 लोगों का धर्म परिवर्तन कराया। रिपोर्ट के अनुसार, हिंदू और अन्य गैर-मुस्लिम समुदायों के लोगों को लालच या प्रेम संबंधों के माध्यम से इस्लाम धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
यह मामला सामने आने के बाद देश में धर्मांतरण पर बहस और तेज हो गई है। राजनीतिक से लेकर धार्मिक और सामाजिक मंचों पर इस विषय को लेकर चर्चा तेज हो गई है।