जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने वोट चोरी के आरोपों को लेकर कांग्रेस की जिम्मेदारी बताते हुए इस मुद्दे से दूरी बना ली है। वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन की एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि गठबंधन न सिर्फ मजबूत है, बल्कि आने वाले समय में इसे और मजबूती दी जाएगी।

अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में भाजपा पर वोटों में हेराफेरी का आरोप दोहराया। उन्होंने सीटों के बंटवारे को लेकर कहा कि गठबंधन में मुद्दा सीटों की संख्या का नहीं, बल्कि जीत सुनिश्चित करने का है। उनका कहना था कि जिस दल की किसी सीट पर भाजपा को हराने की क्षमता होगी, वही उस सीट से चुनाव लड़ेगा।

लोकसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश में भाजपा दूसरे स्थान की पार्टी बन चुकी है। सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में वही दल मजबूत माना जाता है, जिसे जनता का अधिक समर्थन मिलता है और उसी आधार पर निर्णय लिया जाना चाहिए। साथ ही सामाजिक और राजनीतिक समीकरणों को भी ध्यान में रखा जाएगा।

संसद में बैठने की व्यवस्था को लेकर भी अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद को सम्मानपूर्वक आगे की पंक्ति में बैठाती है, जबकि रामायण धारावाहिक में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले और भाजपा सांसद अरुण गोविल को उनकी पार्टी ऐसा सम्मान नहीं देती। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा को अरुण गोविल को भी आगे की सीट पर बैठाना चाहिए।

अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार मतदाताओं के वोट कटवाने के उद्देश्य से एसआईआर जैसी प्रक्रियाएं चला रही है और इसमें आधार कार्ड को मान्यता नहीं दी जा रही। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है, वह खुद उसी में गिरता है और भाजपा के साथ भी यही होने वाला है।