मुजफ्फरनगर। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने कंबोडिया गिरोह से जुड़े दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर लोगों को लालच देकर उनके बैंक खातों से रकम ट्रांसफर कराना और इस अवैध काम में मोटा कमिशन लेना का आरोप है। गिरफ्तार आरोपी जौनपुर और कानपुर के निवासी हैं।

पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने शहर के एक उद्यमी से 3.09 करोड़ रुपये की ठगी की और इसे 29 अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कराया। इनके खिलाफ तमिलनाडु, दिल्ली, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से भी शिकायतें दर्ज हैं।

गिरफ्तारी और बरामदगी

एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि साइबर क्राइम पुलिस ने शनिवार देर शाम कानपुर के रामाबाई चौक से मोहम्मद माज, गाजीपुर व लखनऊ निवासी सरोज नगर का पता और अम्बरीश मिश्रा को गिरफ्तार किया। इनके पास से फर्जी आधार कार्ड और तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए। इनके साथी उपेन्द्र चंदेल, मिर्जापुर का निवासी, अभी फरार है।

अपराध की पृष्ठभूमि

पुलिस ने बताया कि मोहम्मद माज पहले कानपुर और दिल्ली की जेल में रह चुका है। अम्बरीश पहले दिल्ली में वाहन पार्किंग का काम करता था और उसकी मुलाकात फरार आरोपी उपेंद्र चंदेल से हुई। उपेंद्र ने उसे ट्रेडिंग के लिए खाता उपलब्ध कराने पर 7% मुनाफा देने का लालच दिया। इसके बाद अम्बरीश ने दो बैंक खाते उपेंद्र को दिए, जिनमें लगभग 90 लाख रुपये आए।

साइबर फ्रॉड उजागर होने के बाद उसके खाते को फ्रीज कर दिया गया। इसके बाद आरोपी दिल्ली छोड़कर अपनी पहचान छिपाकर लखनऊ, कानपुर और जौनपुर में सक्रिय होकर खाते उपलब्ध कराने का काम करने लगा।

विशेष ठगी का मामला

एसएसपी ने बताया कि 9 अक्टूबर को आरोपियों ने बिंदल ग्रुप से जुड़े उद्यमी सचिन कुमार को ट्रेडिंग में निवेश का लाभ दिलाने के नाम पर 3.09 करोड़ रुपये ठग लिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। अब तक पीड़ित के खाते में 50 लाख रुपये वापस कराए जाने की प्रक्रिया चल रही है, जिसमें से 8 लाख रुपये लौटाए जा चुके हैं।