पटना। फुलवारी शरीफ थाना क्षेत्र के कुरकुरी रोड स्थित राय चौक के पास मंगलवार देर रात पुलिस और कुख्यात बदमाश रौशन शर्मा के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस को इनपुट मिला था कि जहानाबाद निवासी रौशन इस इलाके में छिपा हुआ है। इसी सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने क्षेत्र की घेराबंदी की।
बताया जा रहा है कि पुलिस को करीब आता देख रौशन ने मौके से फरार होने की कोशिश की, इसी दौरान उसने पुलिस पर गोली चलाई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके पैर में लग गई, जिससे वह घायल हो गया। रौशन को इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल से हथियार और अन्य आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुए हैं।
लंबा आपराधिक इतिहास, कई संगीन मामलों में नाम
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रौशन शर्मा पर पटना, जहानाबाद और झारखंड के विभिन्न जिलों में लूट, हत्या, रंगदारी और डकैती जैसे सैकड़ों संगीन मामले दर्ज हैं। वह 2004 से अपराध की दुनिया में सक्रिय है और कई जघन्य मामलों का मुख्य आरोपी रहा है। उसकी तलाश में लंबे समय से पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी।
स्थानीय लोगों के बीच दहशत फैलाने वाला यह अपराधी, पटना में हाल के वर्षों में हुई कई बड़ी घटनाओं में संलिप्त रहा है। 21 अप्रैल 2025 को रामकृष्णा नगर में बस चालक दुष्यंत चमचम की हत्या, 2023 में कृपाशंकर की हत्या, और 2016 के चर्चित रॉकी हत्याकांड में उसका नाम सामने आ चुका है। इसके अलावा गर्दनीबाग इलाके में 27 लाख की लूट में भी वह शामिल रहा है।
गिरोह से जुड़े होने की आशंका, जांच तेज
फुलवारी शरीफ थाने की पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पूरे घटनाक्रम की जांच तेज कर दी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या रौशन किसी संगठित आपराधिक गिरोह का हिस्सा था। अधिकारियों का मानना है कि पूछताछ में कई बड़े अपराधों की परतें खुल सकती हैं। हालांकि, अब तक इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
जनता की मिली-जुली प्रतिक्रिया
इस मुठभेड़ के बाद इलाके में चर्चा और हलचल तेज हो गई है। एक ओर जहां स्थानीय नागरिक अपराध के खिलाफ पुलिस की सख्ती का स्वागत कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों ने मुठभेड़ की परिस्थितियों पर सवाल भी उठाए हैं। पुलिस की ओर से कहा गया है कि सभी कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है और मामले की पूर्ण पारदर्शिता से जांच की जाएगी।