पूर्णिया। जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर ने ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के दौरान पूर्णिया में एक प्रेस वार्ता में चुनाव आयोग, भारतीय जनता पार्टी और राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने पूछा कि जब 2024 के लोकसभा चुनाव उसी मतदाता सूची से संपन्न हुए, जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुने गए, तो विधानसभा चुनाव उसी सूची से कराने में समस्या क्यों आ रही है? उन्होंने इसे भाजपा की एक साजिश बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य गरीब और पिछड़े वर्ग के मतदाताओं को वोटिंग अधिकार से वंचित करना है।
“नागरिकता तय करने का अधिकार सिर्फ सुप्रीम कोर्ट का”
प्रशांत किशोर ने कहा कि नागरिकता तय करने का अधिकार चुनाव आयोग के पास नहीं है, यह केवल सर्वोच्च न्यायालय के अधिकार क्षेत्र में आता है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा बिहार में जन सुराज के बढ़ते जनाधार से घबरा गई है, इसीलिए वोटर लिस्ट से पिछड़े वर्ग के नामों को हटाया जा रहा है। उन्होंने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि यदि किसी का नाम मतदाता सूची से हटाया जाता है, तो वह जन सुराज से संपर्क करे — उनकी लड़ाई पार्टी लड़ेगी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर घोटाले का आरोप
प्रशांत किशोर ने किशनगंज स्थित MGM मेडिकल कॉलेज को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कॉलेज के प्रबंधन पर काबिज होने के बाद से मैनेजमेंट कोटे के जरिए नेताओं और अधिकारियों के परिवारजनों को मनमाने तरीके से प्रवेश दिए गए हैं। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के नाम पर करोड़ों की गड़बड़ी का भी आरोप लगाया। PK ने यह भी आरोप लगाया कि आरजेडी नेताओं के बच्चों को भी गलत तरीके से दाखिला दिलवाया गया है। उन्होंने चुनौती दी कि अगर उनके आरोप गलत हैं, तो दिलीप जायसवाल उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।
ठाकरे बंधुओं पर भी निशाना
महाराष्ट्र में भाषा विवाद को लेकर प्रशांत किशोर ने ठाकरे परिवार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह पूरा मुद्दा सिर्फ बीएमसी चुनावों के मद्देनजर उभारा गया है और महज राजनीतिक प्रभुत्व साबित करने की कवायद है। PK ने भाजपा और कांग्रेस पर भी तंज कसते हुए कहा कि वे इन्हीं नेताओं के साथ मिलकर पहले सरकार चला चुके हैं।
“जन सुराज बदलाव का आंदोलन है”
इस प्रेस वार्ता में जन सुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने भी मंच साझा किया। उन्होंने कहा कि जो लोग बिहार में वास्तविक बदलाव की चाह रखते हैं, उनके लिए जन सुराज एक खुला मंच है। उन्होंने इस अभियान को व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में जन आंदोलन बताया और कहा कि प्रदेश के लोगों का इसमें व्यापक समर्थन मिल रहा है।