राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव इस बार जनशक्ति जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। जानकारी के अनुसार, तेज प्रताप के करीबी बालेंद्र दास ने 2024 में इस पार्टी की स्थापना की थी, जिसके समय चुनाव चिन्ह बांसुरी रखा गया था। सोमवार को चुनाव आयोग ने जनशक्ति जनता दल को आधिकारिक मान्यता दे दी। इस पार्टी के महासचिव प्रशांत प्रताप हैं। इस निर्णय के बाद राजनीतिक गलियारे में हलचल तेज हो गई है।
चुनाव आयोग पहुंचे तेज प्रताप यादव
जनशक्ति जनता दल को मान्यता मिलने के बाद तेज प्रताप यादव सोमवार को चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे। उन्होंने लगभग 20 मिनट तक अधिकारियों से चर्चा की। हालांकि, आयोग से बाहर निकलते समय उन्होंने अपनी पार्टी के नाम पर कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने बताया कि महुआ विधानसभा सीट में कुछ लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं, और इसी मुद्दे को लेकर वे चुनाव आयोग पहुंचे थे। पार्टी के नाम को लेकर उन्होंने फिलहाल कोई बयान नहीं दिया।