रायपुर की पुलिस को गुरुवार को नशे के सामान की तस्करी के मामले में कामयाबी मिली। दो अलग-अलग मामलों में कुल 8 क्विंटल गांजा मिला है। एक क्विंटल गांजे की मार्केट वैल्यू करीब 7 लाख रुपए आंकी गई है। 56 लाख रुपए का गांजा जब्त करने में रायपुर पुलिस को काबयाबी मिली है। 1 क्विंटल गांजा मंदिर हसौद की टीम ने पकड़ा, जबकि 7 क्विंटल गांजा एक लावारिस ट्रक से मिला है। पुलिस की चेकिंग देखकर इसका ड्राइवर फरार हो चुका था।
MP ले जा रहे थे स्मगलिंग का माल
मंदिर हसौद पुलिस को खबर मिली की 2 गाड़ियांे में कुछ लड़के गांजा लेकर ओडिशा से रवाना हुए हैं। 7 तस्करों की टीम MP जा रही थी। मुखबीर से मिले इस इनपुट के आधार पर पुलिस ने इन्हें मंदिर हसौद इलाके में रोका। पुलिस ने देखा कि सब्जी ले जाने वाले पिकअप वाहन के ट्रेलर के नीचे बॉक्स बनाकर गांजे के पैकेट छुपाए गए थे। एक अर्टिगा कार के डिग्गी में भी गांजे के पैकेट मिले। पूछताछ में युवकों ने बताया कि वो इसे MP लेकर जा रहे थे। पुलिस ने संतोष पाल, भरत गुप्ता, त्रिलोचन बाघ, लक्ष्यपति साहू, लक्ष्मीकांत मोहरे, सदानंद भोई और लुरपराज प्रधान नाम के युवकों को पकड़ा है। इनमंे संतोष और भरत दुर्ग व कांकेर के रहने वाले बाकि के सभी ओडिशा के निवासी हैं। इनके पूरे रैकेट के बारे में पूछताछ की जा रही है। इनके पास से 1 क्विंटल गांजा मिला।
दूसरी कार्रवाई सरस्वती नगर थाना इलाके में हुई। CSP अंकिता शर्मा के साथ थाने की टीम यहां से गुजर रही गाड़ियों की तलाशी ले रहीं थीं। इस बीच टीम को एक ट्रक मिला। ये वाहन लावारिस हालत में था। पुलिस अफसरों को शक हुआ तो गाड़ी की तलाशी ली गई। इस ट्रक में नमक भरा हुआ था। नमक की बोरियों के बीच 7 क्विंटल गांजा मिला। ये ट्रक महाराष्ट्र का था अब इसके मालिक और ड्राइवर का पता पुलिस लगा रही है।