लोकसभा सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखकर रिंग रोड स्थित सद्भावना पार्क का नाम बदलकर “अटल सद्भावना पार्क” रखने का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि पार्क में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा स्थापित की जाए, ताकि उनकी 100वीं जयंती यादगार रूप से मनाई जा सके।
खंडेलवाल ने कहा कि अटल जी भारत के महान नेताओं में से एक थे। वे न केवल दूरदर्शी और उत्कृष्ट सांसद थे, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और राष्ट्रीय एकता के प्रतीक भी थे। उनका जीवन सद्भावना, संवाद, समावेशी विकास और सुशासन के आदर्शों पर आधारित रहा है, जिससे इस पार्क का नाम उनके सम्मान में रखना अत्यंत प्रतीकात्मक बन जाता है।
सांसद ने यह भी बताया कि अटल जी की जन्म शताब्दी वर्ष देश के लिए ऐतिहासिक अवसर है, जब उनके राष्ट्र निर्माण में योगदान को सम्मानित किया जाए और उनकी विरासत को भावी पीढ़ियों तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि राजधानी के प्रमुख सार्वजनिक स्थल को उनके नाम समर्पित करना उनके आदर्शों—शांति, देशभक्ति, ईमानदारी और समावेशी प्रगति—को स्थायी श्रद्धांजलि होगी और युवाओं को इन मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी।
खंडेलवाल ने आगे सुझाव दिया कि अटल सद्भावना पार्क को एक स्मृति और जागरूकता स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है। इसमें अटल जी के जीवन के प्रमुख पड़ाव, भारत की विदेश नीति में उनकी भूमिका, बुनियादी ढांचे और आर्थिक सुधारों में योगदान, तथा राष्ट्रीय सद्भाव को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों को प्रदर्शित किया जा सके।
सांसद ने विश्वास जताया कि उपराज्यपाल इस प्रस्ताव पर सकारात्मक विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल दिल्ली की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को समृद्ध करेगी, बल्कि जनता को भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं से और अधिक जोड़ने का अवसर भी प्रदान करेगी।