दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हाल ही में दायर चार्जशीट में खुलासा किया है कि दुबई में सक्रिय एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट ने दक्षिण भारत और गुजरात की फार्मा कंपनियों के जरिए दिल्ली में 1,289 किलो कोकीन और 40 किलो हाई-क्वालिटी थाई हाइड्रोपोनिक मारिजुआना की तस्करी की। इस मामले में 19 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें से 14 को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार आरोपियों में पूर्व कांग्रेस नेता तुषार गोयल का नाम भी शामिल है, जबकि 5 आरोपी अभी फरार हैं।

फरार आरोपियों में कारोबारी और उनका बेटा भी शामिल

सूत्रों के अनुसार फरार आरोपियों में दुबई के व्यापारी वीरेंद्र बसोया, उनके बेटे ऋषभ बसोया (25), रितिक बजाज (36), प्रमोद (50) और विकास राणे (49) के नाम सामने आए हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि ऋषभ मुंबई के ग्राहकों से संपर्क में था, जबकि विकास दिल्ली से मुंबई मारिजुआना पहुंचाकर रेव पार्टियों में सप्लाई करने वाला था। प्रमोद पूरे नेटवर्क के वित्तीय लेन-देन की जिम्मेदारी संभाल रहा था।

10 हजार पन्नों की चार्जशीट, कई जगहों पर छापेमारी

गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में 10,000 पृष्ठों से अधिक की चार्जशीट दाखिल की। पुलिस ने बताया कि अक्टूबर 2024 में तीन अलग-अलग जगहों—दिल्ली के महिपालपुर में 562 किलो, रमेश नगर में 208 किलो और गुजरात के अंकलेश्वर में स्थित एक फार्मा कंपनी से 518 किलो कोकीन जब्त की गई थी। अंकलेश्वर की कंपनी आवकर ड्रग्स के तीन निदेशकों को भी गिरफ्तार किया गया है।

आवकर ड्रग्स में होती थी प्रोसेसिंग

पुलिस का कहना है कि यह ड्रग्स दक्षिण अमेरिका से दुबई के रास्ते भारत लाई गई थी। देश में इनको आवकर ड्रग्स कंपनी में प्रोसेस किया गया, जिसके बाद फार्मा सॉल्यूशन सर्विसेज नामक एक अन्य कंपनी के जरिए दिल्ली-एनसीआर भेजा गया। ये खेप मेडिकल प्रोडक्ट्स के रूप में पैकेज की गई थी।

13,000 करोड़ रुपये की कीमत, जांच अब भी जारी

स्पेशल सेल के अनुसार अब तक कुल 1,289 किलो कोकीन और 40 किलो थाई हाइड्रोपोनिक मारिजुआना जब्त की जा चुकी है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 13,000 करोड़ रुपये है। पुलिस का कहना है कि यह खेप उस नेटवर्क का हिस्सा थी जिसे दुबई स्थित बसोया कार्टेल द्वारा भारत में तस्करी के लिए भेजा गया था। मामले में जांच अभी जारी है और फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।