नई दिल्ली। देश की प्रमुख एयरलाइन इंडिगो के परिचालन में गुरुवार को बड़े पैमाने पर व्यवधान देखने को मिला। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से आज सुबह तक 95 उड़ानें रद्द की गईं, जिनमें 48 प्रस्थान और 47 आगमन वाली उड़ानें शामिल हैं। मुंबई और बंगलूरू एयरपोर्ट पर भी क्रमश: 86 और 73 उड़ानें रद्द हुईं। इससे हजारों यात्री प्रभावित हुए और हवाई अड्डों पर भारी असुविधा पैदा हुई।
डीजीसीए ने मांगी रिपोर्ट
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए इंडिगो से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। एयरलाइन के अधिकारियों ने बताया कि नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट नियम लागू होने के बाद से पायलट और क्रू की कमी से परिचालन प्रभावित हुआ है। डीजीसीए ने इंडिगो को निर्देश दिया है कि वह इस स्थिति से निपटने के लिए भविष्य की योजना पेश करे।
पायलट संगठन ने एयरलाइन पर लगाया आरोप
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने एयरलाइन पर आरोप लगाया कि दो साल के समय के बावजूद नए नियमों के लागू होने की तैयारी नहीं की गई। संगठन ने डीजीसीए से अपील की है कि जब तक इंडिगो स्टाफ की कमी पूरी नहीं करती और नियमों का पालन नहीं करती, तब तक उसके फ्लाइट शेड्यूल को मंजूरी न दी जाए। साथ ही, उन्होंने इंडिगो के स्लॉट अन्य सक्षम एयरलाइंस को देने की भी मांग की।
तकनीकी खराबी ने बढ़ाई मुश्किलें
बीते बुधवार सुबह कई एयरपोर्ट पर चेक-इन सिस्टम अचानक ठप हो गए, जिससे उड़ानों में देरी और रद्दीकरण की घटनाएं सामने आईं। वाराणसी और हैदराबाद एयरपोर्ट पर इस वजह से यात्रियों में अफरा-तफरी मची। हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट ने इस दावे को निराधार बताया कि विंडोज सिस्टम में कोई आउटेज नहीं हुआ।
जुड़ी कठिनाइयों का असर
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने बताया कि कुछ घरेलू एयरलाइंस ऑपरेशनल चुनौतियों का सामना कर रही हैं, जिससे उड़ानों में देरी और रद्दीकरण हो रहा है। इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा एयर और एयर इंडिया एक्सप्रेस जैसी एयरलाइंस इस समस्या से प्रभावित हुई हैं।