नई दिल्ली। दीपावली के पर्व पर राजधानी दिल्ली रंग-बिरंगी रोशनी से नहाई हुई है। गलियां, बाजार और मोहल्ले सजावटी झालरों और दीपों से दमक रहे हैं। मिठाइयों और उपहारों से सजी दुकानें त्योहार की रौनक को और बढ़ा रही हैं। शाम होते ही घरों की बालकनियों से लटकती लाइटें और दीपक उत्सव का आलोक फैला रहे हैं।

लोग माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना के बाद परिवार संग ग्रीन पटाखे जलाने की तैयारी में हैं। वहीं, सुरक्षित और प्रदूषण रहित दिवाली के लिए प्रशासन ने पूरी कमर कस ली है।


सुरक्षा एजेंसियां और प्रशासन अलर्ट मोड पर

त्योहार के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए दिल्ली पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और एमसीडी ने विशेष प्रबंध किए हैं। भीड़भाड़ वाले बाजारों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, मेट्रो और हवाई अड्डों पर सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है। अधिकारियों ने बताया कि दिवाली के बाद छठ पर्व तक ये इंतजाम जारी रहेंगे।

दिल्ली सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों और इमरजेंसी सेवाओं को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। अस्पतालों में अतिरिक्त बेड आरक्षित किए गए हैं ताकि किसी भी हादसे से निपटा जा सके।


अस्पतालों में इमरजेंसी व्यवस्था दुरुस्त

राजधानी के प्रमुख अस्पतालों को दिवाली पर जलने या आग लगने की घटनाओं के लिए तैयार रखा गया है।

  • राम मनोहर लोहिया और सफदरजंग अस्पताल में 20-20 बेड बर्न वार्ड के लिए आरक्षित किए गए हैं।

  • लोकनायक अस्पताल में 90 बेड तैयार हैं।

  • डॉ. मनोज झा (आरएमएल) ने बताया कि इमरजेंसी स्टाफ पूरी रात ड्यूटी पर रहेगा।


पटाखों को लेकर सतर्कता और दिशा-निर्देश

इस साल सुप्रीम कोर्ट ने ग्रीन पटाखों की अनुमति दी है, लेकिन प्रदूषण का स्तर 400 के पार जाने की आशंका है। दिल्ली सरकार और दमकल विभाग ने नागरिकों से सुरक्षित दिवाली मनाने की अपील की है।

पटाखे जलाते समय ध्यान रखें:

  • केवल ग्रीन पटाखे ही प्रयोग करें।

  • बच्चों को अकेले पटाखे न जलाने दें।

  • खुले मैदान में ही पटाखे जलाएं।

  • पानी और बालू पास रखें।

  • रॉकेट ऊपर की ओर छोड़ें, दोबारा फटे पटाखे न जलाएं।

  • दीये ज्वलनशील वस्तुओं से दूर रखें।

  • जूतों का प्रयोग करें और चोट लगने पर तुरंत बहते पानी से जलन कम करें।

नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज रंजन (सफदरजंग अस्पताल) ने कहा, “अगर पटाखे की चिंगारी या बारूद का कण आंख में चला जाए तो तुरंत साफ पानी से धोएं और कॉन्टैक्ट लेंस हटा दें। खुद से दवा न डालें, डॉक्टर से संपर्क करें।”


एमसीडी ने सफाई पर लगाया विशेष फोकस

दिवाली के अगले दिन सड़कों पर कचरा न फैले, इसके लिए एमसीडी ने सभी सफाई कर्मचारियों को ड्यूटी पर बुलाया है। वार्ड और जोन स्तर पर अधिकारियों को सुबह से निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। पूजा सामग्री, फूल, दीये, मिठाई के डिब्बे और पटाखों के अवशेष उठाने के लिए अतिरिक्त ट्रक व लोडर लगाए गए हैं।

एमसीडी ने नागरिकों से अपील की है कि वे घरों का कचरा निर्धारित स्थान पर ही डालें ताकि सफाई अभियान जल्दी पूरा हो सके और कर्मचारी भी अपने परिवारों के साथ त्योहार मना सकें।


फायर सर्विस की पूरी तैयारी, संवेदनशील इलाकों में गाड़ियां तैनात

दिल्ली फायर सर्विस ने दीपावली के दौरान किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए सभी 66 फायर स्टेशनों की 321 गाड़ियां तैनात की हैं। 41 संवेदनशील स्थानों पर क्विक रिस्पॉन्स व्हीकल (QRV) लगाई गई हैं। अधिकारियों के अनुसार, सभी दमकलकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

मुख्य स्थान जहां दमकल टीमें तैनात रहेंगी:
बाराटूटी चौक, तिलक नगर, लाल कुंआ, लाजपत नगर, साउथ एक्सटेंशन, महिपालपुर, सोनिया विहार, गांधी नगर मार्केट, जयपुर गोल्डन अस्पताल, संगम विहार, यमुना विहार आदि।

संकीर्ण गलियों में क्यूआरवी की विशेष तैनाती:
हस्तसाल गांव, विशाल गार्डन, महरौली, मैदानगढ़ी, बादली औद्योगिक क्षेत्र, पहाड़गंज, खारी बावली, सदर बाजार, रानी बाग, नांगलोई, द्वारका और अन्य भीड़भाड़ वाले क्षेत्र।


त्योहार की मिठास में बढ़ी सेहत की मिठास

इस बार बाजारों में पारंपरिक मिठाइयों के साथ शुगर-फ्री, लो-कैलोरी और ग्लूटन-फ्री मिठाइयों की मांग बढ़ गई है। ग्राहकों की पसंद अब काजू कतली और जलेबी की जगह चॉकलेट बर्फी, पनीर ट्रफल्स, ओट्स लड्डू और मिल्क केक मूस जैसे फ्यूजन डेजर्ट पर जा रही है।

पूर्वी दिल्ली के मिठाई विक्रेताओं का कहना है कि फिटनेस और डायबिटीज के प्रति जागरूकता ने लोगों की पसंद बदल दी है। ऑनलाइन और स्टोर सेल में शुगर-फ्री मिठाइयों की बिक्री 30% तक बढ़ी है।

ग्राहक रमेश कुमार ने बताया, “मिलावट के डर से अब हम सेहतमंद विकल्प चुन रहे हैं।” वहीं निरंजन पाठक ने कहा, “चॉकलेट बर्फी और पनीर ट्रफल्स जैसे नए डेजर्ट स्वाद और सेहत दोनों का संतुलन हैं।”