दिल्ली। दिल्ली में बड़ी जीत के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम दिल्ली बीजेपी के सांसदों, विधायकों, पदाधिकारियों और मेयर के साथ लगभग पौने तीन घंटे तक गहन बैठक की। यह चर्चा रात 9:45 बजे समाप्त हुई, जिसमें करीब 68 से 70 लोग शामिल थे। बैठक में दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष, एमसीडी मेयर, एनडीएमसी वाइस चेयरमैन के साथ सभी विधायक, सांसद और पदाधिकारी मौजूद थे। सूत्र बताते हैं कि यह बैठक राजनीतिक बहस से अलग, भविष्य की रणनीति और विजन पर केंद्रित एक सौम्य संवाद था। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि दिल्लीवासियों का जो भरोसा पार्टी पर रखा गया है, उसे पूरी तरह से निभाना होगा। उन्होंने कहा कि हमारा काम ही हमारी असली पहचान होनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने विधायकों से ऑफिस में कम समय बिताने और जनता के बीच अधिक समय बिताने की सलाह दी।
प्रधानमंत्री ने दिल्ली की स्थिति पर खुलकर चर्चा की और कहा कि आप सब दिल्ली की जरूरतों और लोगों की भावना को सबसे बेहतर जानते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जनता के काम रुकना कतई स्वीकार्य नहीं है। पिछली सरकार की कार्यशैली के कारण ही उन्हें चुनाव में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। पीएम मोदी ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी नागरिक को यह महसूस नहीं होना चाहिए कि सरकार उनकी सेवा में असफल है। उन्होंने नए निर्वाचित विधायकों से पूछा कि लोगों का उनका क्या प्रतिक्रिया मिल रहा है और सुझाव दिया कि किए गए कामों की जानकारी जनता तक पहुंचाई जाए। उन्होंने अधिकारियों और कार्यकर्ताओं से भी सम्मान और सही व्यवहार बनाए रखने पर ज़ोर दिया। दिल्ली सरकार की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार के 100 दिन हो चुके हैं और अब तक कोई नकारात्मक चर्चा नहीं हुई, जो एक सकारात्मक संकेत है।
संगठन और सरकार में तालमेल जरूरी
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में संगठन और सरकार के बीच बेहतर समन्वय की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह तालमेल विकास को गति देता है और जनता का भरोसा बढ़ाता है। बैठक का मुख्य विषय ‘विकसित भारत में विकसित दिल्ली’ था। प्रधानमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों से इस लक्ष्य को समझकर उसे जमीन पर उतारने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली को विकास के रास्ते पर ले जाने में सभी की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रत्येक प्रतिनिधि को अपने क्षेत्र के लोगों के साथ जुड़कर उनकी आवश्यकताओं को समझते हुए कार्य करना चाहिए।
काम ही बनेगा पहचान
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने सभी को यह सलाह दी कि बैठक में हुई चर्चाएं सार्वजनिक न हों, बल्कि केवल किए गए कार्यों को जनता तक पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि दिखावे की राजनीति छोड़कर वास्तविक और प्रभावी काम ही नेता की पहचान होनी चाहिए।
मुलाकात का महत्व
दिल्ली बीजेपी के लिए यह बैठक केवल एक समीक्षा नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा तय करने वाली रही। यह मुलाकात ऐसे समय हुई है जब दिल्ली में ट्रिपल इंजन की सरकार काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने भरोसा जताया कि दिल्ली को एक उदाहरण बनाया जा सकता है, जहां सरकार और संगठन मिलकर एक विकसित और मॉडल राजधानी का स्वरूप पेश करें।