राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि वायनाड और बिहार के बछवाड़ा के बाद दिल्ली लौटना बेहद परेशान करने वाला अनुभव रहा। राजधानी की हवा में इस कदर धुंध और धुएं का परदा छा गया है कि शहर जैसे ग्रे चादर में लिपटा हुआ प्रतीत होता है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि अब समय आ गया है जब हमें राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर एकजुटता दिखानी चाहिए। केंद्र और राज्य सरकारों को तुरंत ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि इस भयावह स्थिति से राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि हम सभी दलों को मिलकर काम करना होगा, क्योंकि साल दर साल दिल्ली के नागरिक इस ज़हरीली हवा का सामना कर रहे हैं। बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक बन चुकी है।
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से आग्रह किया कि इस संकट पर तत्काल कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदूषण को कम करने के हर प्रयास में कांग्रेस पूरा सहयोग देने को तैयार है।
दिल्ली में हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंची
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, रविवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 421 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। एम्स, आरके पुरम, रोहिणी, चांदनी चौक और द्वारका जैसे कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदूषण बढ़ने से लोगों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं हो सकती हैं। राजधानी के कई मॉनिटरिंग स्टेशनों ने हवा की गुणवत्ता को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रिकॉर्ड किया है, जो सरकार और प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गया है।