किसानों के हितों से समझौता नहीं होगा: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अमेरिका के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) में किसानों के हितों के विपरीत कोई भी प्रावधान स्वीकार नहीं किया जाएगा। यह आश्वासन उन्होंने 12 अगस्त 2025 को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा), दिल्ली में किसान संगठनों के साथ हुए संवाद के दौरान दिया।

इस अहम बैठक में पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन अशोक बालियान, भारतीय किसान यूनियन (अ) के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक, पीजेंट के पैटर्न बोर्ड सदस्य के. पी. सिंह (पूर्व उपाध्यक्ष, शुगर इंडस्ट्री), सिफा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विपिन पटेल समेत देशभर के कई प्रमुख किसान नेता शामिल हुए।

कृषि मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि किसानों का कल्याण सरकार की “सर्वोच्च प्राथमिकता” है। उन्होंने कहा, “भारत अपने किसानों, डेयरी किसानों और मछुआरों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा। मुझे पता है कि इसके लिए मुझे व्यक्तिगत रूप से भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है, लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं।”

स्वदेशी अपनाने पर जोर देते हुए चौहान ने कहा, “स्वदेशी का संकल्प भारत की प्रगति का संकल्प है। आइए, स्वदेशी अपनाएं, अपने देश का मान बढ़ाएं और किसानों के परिश्रम को प्रणाम करें।”

पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन अशोक बालियान ने कहा, “प्रधानमंत्री की घोषणा न केवल करोड़ों अन्नदाताओं को राहत देती है, बल्कि कृषि और ग्रामीण भारत की आत्मनिर्भरता को भी मजबूती प्रदान करती है। भारत किसी भी कीमत पर अपने किसानों, पशुपालकों और मछुआरों के हितों से समझौता नहीं करेगा।”

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री का यह बयान अमेरिकी प्रशासन के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर चल रही वार्ताओं की पृष्ठभूमि में आया है। सूत्रों के अनुसार, अमेरिका भारतीय कृषि बाजार, विशेषकर डेयरी सेक्टर, और सोयाबीन, मक्का, बादाम व सेब जैसे उत्पादों के निर्यात में बढ़ी हुई पहुंच की मांग कर रहा है।

पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस रुख का समर्थन करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया है।

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