हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) ओपी सिंह ने साइबर अपराध और हालिया दिल्ली विस्फोट के मद्देनजर राज्य में सुरक्षा तैयारियों को लेकर बड़ा बयान दिया है। पंचकूला में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी पर नियंत्रण काफी हद तक कर लिया है और लोगों में जागरूकता बढ़ने से समय रहते लाखों रुपये की ठगी रोकने में सफलता मिली है।

साइबर धोखाधड़ी पर मिली बड़ी सफलता

ओपी सिंह के मुताबिक, जनवरी से अक्टूबर 2025 तक राज्य में 1,20,000 साइबर धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें करीब 550 करोड़ रुपये की ठगी हुई। शिकायत समय रहते दर्ज कराने पर पुलिस ने लगभग 200 करोड़ रुपये की रकम को बचाने में सफलता हासिल की। उन्होंने बताया कि 70 सदस्यीय विशेष टीम कॉल सेंटर में तैनात है, जो पीड़ितों को शिकायत दर्ज कराने और उनकी राशि रोकने में मदद करती है।

डीजीपी ने चेताया कि डिजिटल गिरफ्तारी और फर्जी कॉल के मामले बढ़े हैं, लेकिन यह कुल मामलों का केवल 0.35% हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि ऐसे किसी भी कॉल या मैसेज पर तुरंत 1930 पर संपर्क करें।

दिल्ली विस्फोट के बाद हाई अलर्ट

दिल्ली में हुए धमाके के बाद हरियाणा में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। ओपी सिंह ने बताया कि राज्य की इंटरस्टेट बॉर्डर चेकिंग बढ़ा दी गई है, और होटल, बस स्टैंड, पार्किंग, आवासीय क्षेत्रों तथा छोड़े गए वाहनों की गहन जांच की जा रही है। हजारों पुलिसकर्मी और अधिकारी 24 घंटे तैनात हैं।

उन्होंने कहा कि तेजी से कार्रवाई और निगरानी के चलते विस्फोट से जुड़े सभी संदिग्धों की पहचान और गिरफ्तारी हो गई, जिसे पुलिस ने बड़ी सफलता बताया। ओपी सिंह ने आम जनता से अपील की कि संदिग्ध कॉल, मैसेज या गतिविधि देखते ही पुलिस को सूचित करें, ताकि राज्य की सुरक्षा और साइबर सुरक्षा दोनों मजबूत बनी रहें।