आतंकी हमलों के बीच फारूक अब्दुल्ला ने फिर अलापा पाकिस्तान से बातचीत का राग

जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हमें अभी भी अपने पड़ोसियों के साथ समस्याएं हैं। ये समस्याएं सैन्य कार्रवाई से हल नहीं होंगी… जब तक हम अपने पड़ोसियों से बात नहीं करते, हम इसे हल नहीं कर सकते। सीमाओं के माध्यम से आ रहे हैं और वे आते रहेंगे। कल जो भी सरकार होगी, उसे इसी तरह का सामना करना पड़ेगा। हमें इन स्थितियों से बाहर आने की जरूरत है… हमारी एक बड़ी यात्रा आ रही है (अमरनाथ यात्रा)। देश के बाकी हिस्सों में कोई भी छोटी घटना हो, हमने कभी भी इन चीजों का पक्ष नहीं लिया है। 

विधानसभा चुनाव पर उनका कहना है, चुनाव तो होंगे ही। जब घटनाएं हुईं तब संसद के लिए भी चुनाव हुआ था. इससे चुनाव नहीं रोका जा सकता। कठुआ के सैदा सुखल गांव के एक सतर्क ग्रामीण ने समय रहते स्थानीय लोगों को हथियारबंद आतंकवादियों को लेकर सचेत कर दिया, जिस कारण एक बड़ी घटना टल गयी और पुलिस को आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिल गयी। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के एक सीमावर्ती गांव में छिपे एक आतंकवादी को सुरक्षा बलों ने 15 घंटे से अधिक समय तक चले अभियान में बुधवार को मार गिराया। इस दौरान एक अन्य आतंकवादी को भी मार गिराया गया। 

फारूक अब्दुल्ला के बयान पर बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा कि पीएम मोदी ने जिस भाषा में समझे, उसी भाषा में करारा जवाब दिया है। जिन छुपे गद्दारों की वजह से देश में आतंकवादी घुसते हैं, उन पर कार्रवाई होते ही देश आतंकवाद से मुक्त हो जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here