जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में शुक्रवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, शुक्रवार सुबह लद्दाख के कारगिल में 5.2 तीव्रता का भूकंप आया, जबकि जम्मू-कश्मीर में भी कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. यहां भूकंप सुबह 2.50 बजे 15 किलोमीटर की गहराई पर आया.

लेह और लद्दाख दोनों ही देश के भूकंपीय क्षेत्र-IV में आते हैं. यानी ये क्षेत्र भूकंप के लिहाज से ज़्यादा जोखिम भरे इलाकों में हैं. टेक्टोनिक रूप से सक्रिय हिमालय क्षेत्र में स्थित होने के कारण लेह और लद्दाख में अक्सर भूकंप के झटके महसूस किए जाते रहते हैं.

https://twitter.com/NCS_Earthquake/status/1900347453557375401

अरूणाचल प्रदेश में भी आया भूकंप

वहीं अरूणाचल प्रदेश में भी सुबह 6 बजकर एक मिनट पर भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. यहां भकूंप का केंद्र पश्चिम कामेंग रहा और भूकंप की तीव्रता 4 मापी गई. यहां भकूंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया.

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भूकंपीय क्षेत्रों के हिसाब से इसे 4 सिस्मिक जोन में बांटा गया है. इसमें सबसे खतरनाक सिस्मिक जोन V है, जहां पर भूकंप के झटके अक्सर महसूस किए जाते हैं. इस वजह से यहां पर भूकंप से होने वाले नुकसान का खतरा बना रहता है. वहीं जोन II में आने वाले क्षेत्रों में भूकंप का खतरा सबसे कम होता है. देश की राजधानी दिल्ली सिस्मिक जोन IV में आती है, इसलिए यहां पर भूकंप के हल्के झटके आमतौर पर महसूस किए जाते हैं. इसके आस-पास के इलाकों में भी इसका असर देखने को मिलता है.