जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने मौजूदा परिस्थितियों में प्रदेश के लोगों के लिए शांति और राहत की प्रार्थना की। शुक्रवार को श्रीनगर स्थित ऐतिहासिक हजरतबल दरगाह में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने गाजा सहित दुनिया के अन्य संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में पीड़ित मुसलमानों के प्रति संवेदना व्यक्त की और समस्त मुसलमानों व जम्मू-कश्मीर के लोगों की सलामती की दुआ मांगी।
डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि अल्लाह जम्मू-कश्मीर के निवासियों को उनकी कठिनाइयों से निजात दिलाए। उन्होंने दुआ की कि गाजा समेत विभिन्न स्थानों पर पीड़ा झेल रहे मुसलमानों को राहत मिले और प्रदेश में हिंदू-मुसलमानों के बीच शांति व भाईचारा कायम रहे।
इस मौके पर उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी मौजूद थे। उमर ने अपने पिता के साथ जुमे की नमाज अदा की। नमाज में उनके सलाहकार नासिर असलम वानी और उमर के दोनों बेटे जाहिर व जामिर अब्दुल्ला भी शामिल हुए।
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी (स.अ.व.) के उपलक्ष्य में हजारों श्रद्धालु हजरतबल दरगाह में एकत्र हुए और पैगंबर मोहम्मद (स.अ.व.) के पवित्र अवशेष के दर्शन किए। इस दौरान दरगाह परिसर में गहरी आस्था और एकजुटता का माहौल देखने को मिला।
फारूक अब्दुल्ला ने इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के फल उत्पादकों से फसल बीमा कराने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि मौसम में लगातार आ रहे बदलाव के कारण किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है और बीमा ही उन्हें सुरक्षा प्रदान कर सकता है। उनका कहना था कि यदि किसान बीमा नहीं कराते, तो भविष्य में उन्हें लगातार हानि होती रहेगी।