नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को पहलगाम में पर्यटकों से मुलाकात करते हुए यह स्पष्ट किया कि कश्मीर हमेशा भारत का हिस्सा रहेगा और यह स्थिति कभी बदलने वाली नहीं है।
पर्यटकों में कोई डर नहीं, आतंकवादियों के मंसूबे नाकाम
फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बावजूद पर्यटकों में कोई डर नहीं देखा गया है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने डर फैलाने की कोशिश की थी, वे पूरी तरह से असफल रहे हैं। आतंकवादियों की सभी कोशिशें विफल हो गई हैं और हम डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर हमेशा भारत का हिस्सा रहेगा और आतंकवाद का अंत हो चुका है। अब्दुल्ला ने कहा, "अब हमारा उद्देश्य प्रगति और विकास है, और एक दिन हम सुपरपावर बनेंगे।"
भुट्टो की टिप्पणियों पर ध्यान न देने की सलाह
फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर हम भुट्टो की बातों पर ध्यान देंगे तो इससे देश की प्रगति में रुकावट आएगी। उन्होंने इस पर जोर दिया कि देश को आगे बढ़ने के लिए इन टिप्पणियों पर कोई ध्यान नहीं देना चाहिए।
सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार की आवश्यकता
फारूक अब्दुल्ला ने सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार की जरूरत पर भी बात की। उन्होंने कहा कि यह लंबे समय से उनका विचार है कि सिंधु जल संधि को फिर से देखा जाए, क्योंकि पाकिस्तान और भारत दोनों ही इससे प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन हम भारतीय इस मामले में वंचित हैं।
शहीद आदिल शाह के परिजनों से मुलाकात
फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम आतंकवादी हमले में शहीद हुए सैयद आदिल हुसैन शाह के परिजनों से भी मुलाकात की। शहीद के पिता हैदर शाह ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला ने उनके दुख में भागीदारी की और उन्हें साहस प्रदान किया, जो आगे बढ़ने में मदद कर रहा है।
भारत ने पाकिस्तान से आयात-निर्यात पर प्रतिबंध लगाया
पहलाम में आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान से सभी आयात और निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह कदम दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच उठाया गया है। भारत ने पाकिस्तान के नागरिकों को 40 घंटे के भीतर अपने देश लौटने का आदेश भी दिया है और वीजा छूट प्रणाली को रद्द कर दिया है।