पहाड़ी समुदाय को एसटी (अनुसूचित जाति) का दर्जा दिए जाने के बाद एलओसी से सटे राजोरी व पुंछ जिले में राजनीतिक समीकरण बदलने वाले हैं। नेकां, पीडीपी व कांग्रेस से जुड़े कई नेता पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। ऐसे कई नेता भाजपा का दामन थामने के लिए स्थानीय नेताओं के साथ ही दिल्ली में पार्टी के दिग्गजों के संपर्क में हैं।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि नेकां की एमएलसी रहीं डॉ. शहनाज गनेई तथा नेकां से नाता तोड़ने वाले पूर्व एमएलए मुश्ताक बुखारी अगले कुछ दिनों में शामिल हो सकते हैं। डॉ. गनेई के भाजपा में शामिल होने की चर्चाओं को इस बात से और बल मिला कि उन्होंने पहाड़ियों को आरक्षण का स्वागत करते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ-सबका विकास नारे को चरितार्थ करता है।
भाजपा से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कश्मीर से भी नेकां के एक दिग्गज नेता के बेटे के भाजपा में शामिल होने की चर्चा है। यह नेता बारामुला के उड़ी इलाके से बताए जाते हैं। इसके साथ ही राजोरी के एक कांग्रेस और एक नेकां नेता पर भी उनके समर्थकों का दबाव है।
इसके अलावा सूरनकोट, पुंछ, उड़ी, करनाह के भी कुछ नेताओं के भाजपा नेताओं से बातचीत चलने की बात कही जा रही है। दो बार के एमएलए रहे मुश्ताक बुखारी ने पिछले साल डा. फारूक अब्दुल्ला की ओर से पहाड़ियों की अनदेखी किए जाने की बात कहते हुए नेकां से नाता तोड़ लिया था।
इसके बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं, लेकिन उनका कहना था कि जिस दिन भाजपा आरक्षण दे देगी उस दिन वह पार्टी में शामिल हो जाएंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना ने बताया कि कई पहाड़ी नेता संपर्क में हैं। इनके जल्द ही पार्टी में शामिल होने की संभावना है।