पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दौरान अल्लाह हू अकबर बोलते हुए दिखाई दे रहे जिप लाइन ऑपरेटर के पिता से मंगलवार को एनआईए ने लंबी पूछताछ की। एजेंसी ने उनसे इसके बारे में जब पूछा तो उन्होंने कहा कि उनके बेटे द्वारा अल्लाह हू अकबर का नारा लगाने के मामले को जरूरत से ज्यादा तूल दिया जा रहा है, जबकि अधिकतर परिस्थितियों में मुस्लिम लोग अक्सर ये नारा लगाते हैं।
तीन बार कहा था अल्लाह हू अकबर
22 अप्रैल को जब बायसरन में आतंकियों ने 26 लोगों की जान ले ली थी, उस समय अहमदाबाद का एक पर्यटक ऋषि भट्ट जो जिप लाइन की सवारी कर रहा था, उसने इसका वीडियो बना लिया। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में जिप लाइन संचालक मुजम्मिल को पहली गोली की आवाज सुनने के बाद तीन बार अल्लाह हू अकबर कहते हुए देखा गया।
हम मुसलमान हैं, अल्लाह हू अकबर कहते हैं
मुजम्मिल के पिता ने कहा कि मैंने वीडियो नहीं देखा है। मेरा बेटा सोमवार को घर आया था। फिर पुलिस आई और उसे ले गई। हम मुसलमान हैं और हम तूफान आने पर भी अल्लाह हू अकबर कहते हैं। हम कोई भी काम शुरू करते समय भी अल्लाह हू अकबर कहते हैं। इसमें गलत क्या है?”
महबूबा मुफ्ती बोलीं- जैसे जय श्रीराम, वैसे ही अल्लाह हू अकबर
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जिप लाइन ऑपरेटर द्वारा अल्लाह हू अकबर कहे जाने पर उठे विवाद पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर फैल रही सांप्रदायिकता पर चिंता जताते हुए कहा कि धर्म के नारों को गलत संदर्भों में घसीटा जा रहा है। मुसलमान अल्लाह हू अकबर कहते हैं, जैसे हिंदू श्री राम कहते हैं। जब भी हम किसी कठिनाई में होते हैं, तो अल्लाह हू अकबर कहते हैं।