महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता छगन भुजबल ने कहा है कि मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना का लाभ केवल पात्र महिलाओं को ही मिलना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन पुरुषों ने इस योजना में नामांकन कराया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जबकि अपात्र महिलाओं को स्वयं ही योजना से बाहर हो जाना चाहिए।
भुजबल ने रविवार (24 अगस्त) को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि योजना के लाभार्थियों की पात्रता जांच अभी जारी है। उनके मुताबिक, नियमों के अनुसार चार पहिया वाहन रखने वाले या सरकारी नौकरी से वेतन पाने वाले लोग इस योजना के दायरे में नहीं आते। उन्होंने कहा कि चुनावी व्यस्तताओं के कारण कुछ अपात्र नाम शामिल हो गए थे। ऐसे मामलों में महिलाओं को बिना दंड के स्वेच्छा से नाम वापस लेने का विकल्प दिया जाना चाहिए, लेकिन पुरुष आवेदकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी है।
इससे पहले भी जनवरी में भुजबल ने मांग की थी कि पात्रता पूरी न करने वाली महिलाएं या तो योजना से खुद को बाहर कर लें, अन्यथा उन पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए। उनका आरोप था कि कई लोगों को बिना जांच के ही लाभ मिल गया।
क्या है लाडकी बहिन योजना?
यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं के लिए है। इसके तहत 21 से 65 वर्ष की आयु वाली और 2.5 लाख रुपये से कम वार्षिक पारिवारिक आय रखने वाली महिलाओं को 1,500 रुपये मासिक सहायता दी जाती है। मई में हुई जांच में खुलासा हुआ था कि 2,200 से अधिक सरकारी कर्मचारी भी लाभार्थियों की सूची में शामिल हो गए थे।