आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने नेता को पर कार्रवाई की है। विधानसभा सीट बरनाला में उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ रहे गुरदीप बाठ को आप ने पार्टी से निकाल दिया है। पार्टी की तरफ से गुरदीप बाठ की प्रारंभिक सदस्यता भी खारिज कर दी गई है। उपचुनाव में पार्टी की तरफ से टिकट न दिए जाने के बाद गरदीप बाठ निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे हैं। वहीं आम आदमी पार्टी ने बरनाला सीट पर हरिंदर सिंह धालीवाल (35) को टिकट दिया है। हरेंद्र सिंह धालीवाल बरनाला से आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक और संगरूर के सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर के करीबी हैं। हरिंदर सिंह धालीवाल बरनाला जिले के गांव छीनीवाल के किसान परिवार से हैं। पिता पशु पालन विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं।

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पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हो पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हो, जिससे पार्टी की छवि खराब हो रही है। यह अनुशासनहिनता है। आम आदमी पार्टी इस तरह के व्यवहार को कभी बर्दाश्त नहीं करती। आपके आचरण और गतिविधियों के कारण पार्टी के पास कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है और आपको तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त किया जाता है।

टिकट न मिलने पर छलका गुरदीप सिंह बाठ का दर्द
आम आदमी पार्टी (आप) के जिला अध्यक्ष और जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन गुरदीप सिंह बाठ का विधानसभा सीट बरनाला से उपचुनाव के लिए टिकट कट गया। हालांकि वह टिकट के प्रबल दावेदार दावेदार माने जा रहे थे। आप ने यहां से हरेंद्र सिंह धालीवाल को प्रत्याशी बनाया है। टिकट न मिलने से नाराज गुरदीप सिंह बाठ ने सोशल मीडिया (फेसबुक) पर एक वीडियो डालकर कहा था कि पार्टी ने जो लिस्ट जारी की है, उसमें पार्टी ने 8-10 साल पुराने कार्यकर्ताओं को छोड़कर परिवारवाद की शुरुआत की है। उन्होंने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं और अपने चाहने वालों को संबोधित करते हुए कहा आने वाले समय में हम जल्द ही कोई बड़ा फैसला लेंगे।