दशहरा पर्व से एक दिन बाद रविवार को पंजाब के लोगों को खासी परेशानी हो सकती है। क्योंकि पूरे प्रदेश में रविवार को सड़कों को बंद करने की चेतावनी दी गई है। यह चेतावनी किसान जत्थेबंदियां, आढ़ती और मिलर्स की तरफ से दी गई है।

पंजाब सरकार ने प्रदेश में एक अक्तूबर से धान की खरीद प्रक्रिया शुरू कर दी है। लेकिन अब तक मंडियों से केवल नौ हजार मीट्रिक टन धान की ही लिफ्टिंग हुई है। केंद्र और प्रदेश सरकार के बीच धान की खरीद को लेकर जारी खींचतान के कारण किसानों, मजदूरों, आढ़तियों और मिलर्स को नुकसान उठाना पड़ रहा है। 

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेतृत्व में शुक्रवार को चंडीगढ़ स्थित किसान भवन में किसान जत्थेबंदियों, आढ़ती, मजदूर और मिलर्स एसोसिएशन की संयुक्त बैठक बुलाई गई। उन्होंने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। किसान नेता बलबीर सिंह राजेववाल ने कहा कि 13 अक्तूबर को एसकेएम के बैनर तले प्रदेश के किसान, मंडी मजदूर, आढ़ती और मिलर्स एकसाथ दोपहर 12 से तीन बजे तक सड़कों पर आवाजाही पूरी तरह ठप रखेंगे। प्रदेश की सभी मुख्य सड़कों, शहरों और ग्रामीण इलाकों में जाम कर विरोध जाहिर किया जाएगा। अगर जल्द ही धान की खरीद प्रक्रिया सुचारु ढंग से सुनिश्चित नहीं हुई तो 14 अक्तूबर को चंडीगढ़ में बैठक कर अगली रणनीति तय की जाएगी।

बता दें कि इससे पहले किसानों की तरफ से रेल रोको आंदोलन भी किया गया था। पूरे प्रदेश में किसानों ने रेल ट्रैक पर धरना देकर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी थी। दो घंटे तक ट्रेनों को रोका गया था। इस दौरान रेल यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा था।