खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह अपने आठ साथियों के साथ असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। इन युवाओं के परिवार के सदस्य एसजीपीसी के लीगल विंग की सहायता से असम गए। परिजनों ने युवाओं के साथ डिब्रूगढ़ जेल जाकर बात की और उनका हाल जाना। अमृतपाल के परिवार में से चाचा और भाई अमृतपाल से मिला है। अमृतपाल वहां पूरी तरह ठीक है। मिलने के बाद परिवार के सदस्य खुश नजर आए और जेल की व्यवस्था पर संतोष जताया।
शिरोमणि कमेटी के सदस्य एडवोकेट भगवंत सिंह सियालका युवक के परिजनों को अमृतसर से हवाई मार्ग से असम लेकर गए थे। सियालका ने बताया कि पूर्व में डिब्रूगढ़ जेल में बंद युवक के परिजनों से मिलने की अनुमति ली गई थी, जिसके अनुसार मुलाकात की व्यवस्था की गई है। इस मामले में आरोपी दलजीत सिंह कलसी के वकील के मुताबिक उन्होंने अमृतपाल और उसके साथियों पर लगाए गए एनएसए को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि एनएसए को खत्म करवाने के लिए एसजीपीसी भी हाईकोर्ट में केस दायर करेगी।