पंजाब में शिअद के पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया वीरवार को अकाल तख्त साहिब पर पेश हुए। मजीठिया ने अपना स्पष्टीकरण सौंपते हुए माफी मांगी है। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह की गैर मौजूदगी में मजीठिया का स्पष्टीकरण जत्थेदार के पीए जसपाल सिंह ने प्राप्त किया। अकाल तख्त साहिब पर स्पष्टीकरण देने वाले अकाली मंत्रियों की संख्या अब पांच हो गई है।

बिक्रम मजीठिया भी शिअद के उन 17 पूर्व मंत्रियों में हैं, जिन्हें श्री अकाल तख्त साहिब ने 15 दिनों में स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया था। मजीठिया ने कहा कि उन्हें जो सजा लगाई जाएगी, वे उसके लिए तैयार हैं।

स्पष्टीकरण सौंपने के बाद मजीठिया ने कहा कि बागी अकाली नेताओं को हर तरफ से बागी नहीं होना चाहिए। बागी अकालियों को भी अपने स्पष्टीकरण खुद पेश होकर अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को सौंपने चाहिए।

मजीठिया ने कहा कि वह निमाधे सिख की तरह गुनाहगार व भूलनहार के तौर पर स्पष्टीकरण देने पहुंचे हैं। श्री गुरु हरगोबिंद सिंह जी उनकी भूल बख्शें, उनके चरणों में यही अरदास है। उन्होने लिखित स्पष्टीकरण के रूप में अपनी फरियाद रखी है और अर्जी लगाई है। कोई दलील नहीं दी है। मजीठिया ने कहा कि मैं श्री अकाल तख्त साहिब के हर आदेश का पालन करते हुए गलतियों को स्वीकार करता हूं। अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की ओर से जो भी आदेश होगा वह निमाणे सिख के रूप में स्वीकार किया जाएगा।