पंजाब में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर आम आदमी पार्टी में खींचतान तेज हो गई है। आप कार्यकर्ताओं के बाद अब पार्टी विधायक रूपिंदर रूबी ने मान के पक्ष में आवाज उठाई है। उन्होंने कहा है कि तीन बार उन्हें दिल्ली बुलाया गया लेकिन रिस्पांस नहीं मिलने के बाद अब वह चुप बैठ गए हैं।
पार्टी के लिए मान के पक्ष में फैसला नहीं लिए जाने का 2022 में 2017 की तरह नुकसान हो सकता है। आप विधायक ने बुधवार को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि पार्टी आलाकमान को भगवंत मान के नाम मुख्यमंत्री पद के लिए घोषित कर देना चाहिए। उनके अलावा पंजाब में कोई बड़ा चेहरा नहीं है।
पार्टी कार्यकर्ता भी मान के नाम को लेकर कई बार मांग कर चुके हैं। इसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि उन्होंने सूबे में पार्टी को मजबूत आधार देने के लिए सड़कों पर नुक्कड़ सभाओं के साथ साथ छोटी-बड़ी रैलियां भी की हैं। अब समय आ गया है कि उनकी इस मेहनत का फल उन्हें दिया जाएगा।
‘अब तो सिद्धू भी नहीं आएंगे’
आप विधायक रूबी ने कहा कि अब तो सिद्धू भी नहीं आएंगे। वह भी कांग्रेस के प्रधान बन चुके हैं। इसके अतिरिक्त पार्टी के अन्य चेहरों को लेकर भी पार्टी स्तर पर बातचीत हो चुकी है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक को टालने के बजाय इस मामले में फैसला लेना चाहिए।