पंजाब और हरियाणा की सीमा पर खनौरी बॉर्डर पर 25 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हालांकि प्रशासन ने खनौरी बॉर्डर के मंच से करीबन 500 मीटर दूर एक रेस्तरां के एक चौथाई हिस्से में इमरजेंसी अस्पताल तैयार किया है। इसमें इंटेसिव केयर यूनिट की तरह सभी चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। अस्पताल के बाहर एडवांस्ड लाइफ स्पोर्ट सिस्टम से लैस एंबुलेंस भी खड़ी कर दी हैं।
समाना के एसएमओ डा. संजीव अरोड़ा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को किसान नेता डल्लेवाल के यूरिन के सैंपल लिए गए हैं। वहीं किसान नेताओं ने साफ शब्दों में सरकार को चेताया कि अगर डल्लेवाल को जबरन उठाने की कोशिश की, तो फिर पुलिस प्रशासन को लाशों पर से गुजरना पड़ेगा।
किसी भी हालत में डल्लेवाल को ले जाने नहीं देंगे
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ समेत अन्य ने साफ किया कि डल्लेवाल की तरफ से सभी को सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि किसानों की मांगों को मनवाना पहली प्राथमिकता है, इसलिए किसी भी हालत में पुलिस प्रशासन को उन्हें ले जाने न दिया जाए। इसलिए डल्लेवाल के इन दिशा-निर्देशों की पालना हर किसान ने अपना धर्म बना लिया है। मंच के नजदीक जिस ट्राली में डल्लेवाल को रखा गया है, इसके आसपास पहरेदारी बढ़ा दी है।
किसानों ने की छह लेयर की बैरिकेडिंग
छह लेयर की बैरिकेडिंग कर दी गई है और ड्यूटी बदल-बदल कर किसानों को पहरेदारी कराई जा रही है। ऐसे में पुलिस प्रशासन डल्लेवाल तक पहुंचने की किसी भी कीमत पर गलती न करे। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने भी साफ शब्दों में कहा है कि जब तक केंद्र की ओर से किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी, किसानों को कर्ज मुक्त करने समेत बाकी की मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा। उस समय तक आंदोलन जारी रहेगा। फिर चाहे इस आंदोलन में कितनी ही जानों की कुर्बानी क्यों न देनी पड़े। इसलिए पुलिस प्रशासन की ओर से डल्लेवाल पर हाथ डालने की गलती न की जाए।
हाथ भी नहीं उठा पा रहे डल्लेवाल
शुक्रवार को डल्लेवाल का चेकअप करने वाली डाक्टरों की टीम ने बताया कि किसान नेता की हालत काफी बिगड़ गई है। वह अपना हाथ तक नहीं उठा पा रहे हैं और आंखें भी नहीं खोल पा रहे हैं। केवल पानी पर गुजारा कर रहे हैं। डाक्टरों ने चेताया है कि डल्लेवाल को कभी भी कुछ हो सकता है।