चंडीगढ़। भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में निलंबित आईपीएस अधिकारी हरचरण सिंह भुल्लर की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। सीबीआई ने अब उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का नया मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत की गई है।
भुल्लर को हाल ही में पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया था। गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की छापेमारी में 7.5 करोड़ रुपये नकद, 2.5 किलो सोना, 26 लग्जरी घड़ियां, दो महंगी कारें, 100 लीटर शराब और 50 से अधिक संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए थे।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई ने उनकी गिरफ्तारी के बाद कई बैंक लॉकरों की भी जांच की है। तलाशी के दौरान मिली संपत्तियों का मूल्य उनकी वैध आय के कई गुना अधिक पाया गया है। यही कारण है कि एजेंसी ने अब एक नई एफआईआर दर्ज कर जांच का दायरा बढ़ा दिया है। अधिकारियों का कहना है कि जांच आगे बढ़ने पर और भी अवैध संपत्तियों का खुलासा हो सकता है।
कैसे हुआ था भुल्लर का भंडाफोड़
मंडी गोबिंदगढ़ के कारोबारी आकाश बत्ता ने सीबीआई को दी शिकायत में आरोप लगाया था कि तत्कालीन डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर उनसे हर महीने पांच लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं। पैसे न देने पर उन्हें झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी जा रही थी। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सीबीआई की दिल्ली और चंडीगढ़ यूनिट ने करीब पंद्रह दिन तक भुल्लर पर नजर रखी।
जांच एजेंसी ने जब पुख्ता सबूत जुटा लिए तो आकाश को पांच लाख रुपये की घूस की रकम के साथ भुल्लर के दफ्तर भेजा गया। जैसे ही उन्होंने रिश्वत की राशि स्वीकार की, सीबीआई की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उनके चंडीगढ़ स्थित आवास पर हुई छापेमारी में भारी मात्रा में नकदी, सोना और लग्जरी सामान बरामद हुआ।
अधिकारियों के अनुसार, यह मामला पंजाब के सबसे बड़े भ्रष्टाचार मामलों में से एक बन सकता है।