नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े भारत में छिपे जासूसी नेटवर्क की तह तक पहुंचने के लिए पड़ताल शुरू कर दी है। हाल ही में पंजाब में गिरफ्तार किए गए यूट्यूबर, ब्लॉगर और संदिग्ध जासूसों की जांच अब एनआईए द्वारा की जाएगी।
दिल्ली स्थित एनआईए के वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि ऑपरेशन सिंदूर और उससे पहले पंजाब में जिन लोगों ने पाकिस्तान को सेना की गतिविधियों से संबंधित संवेदनशील जानकारियां भेजी थीं, उनकी गहराई से जांच की जा रही है। जासूस ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद सामने आए जसबीर सिंह और अन्य संदिग्धों के नेटवर्क की पड़ताल एजेंसी के द्वारा की जाएगी।
इस संबंध में एनआईए प्रमुख आईपीएस सदानंद दाते और पंजाब के डीजीपी गौरव यादव के बीच बैठक भी हो चुकी है। जल्द ही पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 11 संदिग्धों से पूछताछ में मिले सुराग व तथ्य एनआईए को सौंपे जाएंगे।
अब तक पंजाब में पकड़े गए संदिग्ध जासूसों की जानकारी:
- 4 जून: रूपनगर निवासी यूट्यूबर जसबीर सिंह को गिरफ्तार किया गया। वह अपने यूट्यूब चैनल के जरिए आईएसआई एजेंट्स से जुड़ा था और संवेदनशील सूचनाएं साझा करता था।
- 3 जून: तरनतारन के गगनदीप सिंह उर्फ गगन को पकड़ा गया। वह पाकिस्तान के आईएसआई एजेंट गोपाल सिंह चावला के संपर्क में था और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना की मूवमेंट लीक कर रहा था। उसके फोन में 20 आईएसआई पीआईओ के संपर्क मिले।
- 15 मई: गुरदासपुर से सुखप्रीत सिंह और करनबीर सिंह को गिरफ्तार किया गया, जो पंजाब, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में सेना की गतिविधियों की जानकारी आईएसआई को भेज रहे थे।
- 11 मई: मलेरकोटला में दो संदिग्धों को पकड़ा गया, जो पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत अधिकारियों के संपर्क में थे।
- 3 मई: अमृतसर के पलक शेर मसीह और सूरज मसीह को अमृतसर एयरबेस और सैन्य क्षेत्र की तस्वीरें आईएसआई को भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।