लुधियाना की ऐतिहासिक जामा मस्जिद के सामने एक लाख से भी अधिक मुसलमानों ने पंजाब के शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी की अगुवाई में फलस्तीन के मुसलमानों के हक में एक विशाल कैंडल मार्च निकाला। इस कैंडल मार्च में लुधियाना की विभिन्न मस्जिदों के इमाम, प्रधान और सामाजिक कार्यकर्ता अपने-अपने साथियों के साथ पहुंचे। 

यह विशाल कैंडल मार्च फील्डगंज चौक जामा मस्जिद से शुरू हुआ और जेल रोड कूचा नंबर 16 से होते हुए जामा मस्जिद पहुंचा। जहां अहले फलस्तीन के हक में दुआ के साथ इस मार्च का समापन हुआ। इस अवसर पर मजलिस अहरार इस्लाम हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पंजाब के शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने कहा कि अपनी आजादी के लिए आवाज उठाने वाले फलस्तीन के लोगों को आतंकी कहना शर्म की बात हैं। 

उन्होंने कहा कि इस्रराइल की आतंकी कार्रवाई सरासर गलत है। वो बच्चों और आम नागरिकों को मार रहे हैं और लगातार इंसानियत का कत्ल कर रहे हैं। इसका विश्व समुदाय को विरोध करनी चाहिए। शाही इमाम ने कहा कि किसी का ताकतवर होने का यह मतलब नहीं है कि उसके द्वारा किए गए कत्ल को सही ठहराया जाए। 

शाही इमाम ने कहा कि फलस्तीन का मसला बिल्कुल ईस्ट इंडिया कंपनी वाला है... जो साजिश के तहत हमारे देश पर कब्जा करके अत्याचार करती रही। शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने कहा कि हम सभी धर्मों के लोगों से अपील करते हैं कि इस जुल्म के खिलाफ आवाज उठाएं और मजलूम और बेबस फलस्तीन का साथ दें।