चंडीगढ़: पंजाब-हरियाणा के छात्र, किसान और मजदूर संगठनों ने 10 तारीख को पंजाब यूनिवर्सिटी में 11 बजे से बड़े स्तर पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। यह प्रदर्शन विश्वविद्यालय द्वारा लिए गए विवादित निर्णय और पुरानी 91 सदस्यीय सीनेट की बहाली की मांग के लिए आयोजित किया जा रहा है।

आयोजकों ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल के विभिन्न जिलों और गांवों से कम से कम दो-दो वाहन प्रदर्शन में शामिल होंगे। सोशल मीडिया, गांव-गांव यूनिट मीटिंग और गुरुद्वारों में भी प्रचार अभियान चलाया जा रहा है ताकि प्रदर्शन को निर्णायक और प्रभावशाली बनाया जा सके।

प्रदर्शन स्थल पर विश्वविद्यालय के गेट नंबर 3 को बंद रखा जाएगा, जबकि गेट नंबर 2 खुला रहेगा। आयोजकों की मांग है कि पहले जैसी 91 सदस्यीय सीनेट बहाल की जाए और नोटिफिकेशन को प्रभावी बनाया जाए।

आयोजनकर्ताओं ने चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस से अनुरोध किया है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन को रोका न जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश हुई, तो विरोध केवल विश्वविद्यालय तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि पूरे चंडीगढ़ में बढ़ जाएगा। इसके तहत भाजपा के पुतले जलाने और उनके कार्यालयों का घेराव करने की संभावनाओं का भी उल्लेख किया गया है।

आयोजकों ने कहा कि भाजपा को छोड़कर अन्य प्रमुख राजनीतिक दल इस आंदोलन के समर्थन में हैं और अब आगे की रणनीति 10 तारीख के बाद तय की जाएगी। हर जिले और गांव से समर्थन जुटाने की तैयारियाँ पहले से पूरी कर ली गई हैं।